महारानी एलिजाबेथ II के अंतिम संस्कार में भाग लेने लंदन पहुंची राष्ट्रपति मुर्मू
भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तीन दिन के दौरे पर ब्रिटेन पहुंच चुकी हैं. इस दौरान वे सोमवार को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में भाग लेंगी. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन समेत अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी लंदन पहुंच चुके हैं.
highlights
- भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तीन दिवसीय दौरे पर शनिवार देर रात ब्रिटेन पहुंची
- सोमवार को वेस्टमिंस्टर एब्बे में महारानी के अंतिम संस्कार में राष्ट्रपति लेंगी भाग
- अमेरिकी राष्ट्रपति समेत विश्व के तमाम अन्य नेताओं का भी लंदन में जमावड़ा
नई दिल्ली:
भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शनिवार देर शाम लंदन पहुंच गईं. 17 सितंबर से शुरू तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन यानी 19 सितंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) के अंतिम संस्कार में भाग लेंगी. शनिवार को लंदन पहुंचने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत सरकार की ओर से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को श्रद्धांजलि दी. गौरतलब है कि 96 साल की उम्र में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 8 सितंबर को स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल में निधन हो गया था. महारानी के वेस्टमिंस्टर एब्बे में होने वाले अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) पत्नी जिल बाइडन और ऑस्ट्रेलिया, न्युजीलैंड के प्रधानमंत्री समेत अन्य देश के राष्ट्राध्यक्ष भी लंदन पहुंच चुके हैं.
राष्ट्रपति मुर्मू समेत अन्य वैश्विक नेताओं के सम्मान में बकिंघम पैलेस में रिसेप्शन
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार से पहले शनिवार देर रात भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समेत अन्य वैश्विक नेताओं के सम्मान में सम्राट चार्ल्स तृतीय ने बकिंघम पैलेस में रिसेप्शन का आयोजन किया. इस रिसेप्शन से पहले ब्रिटेन की नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथोनी अल्बनीज और न्यूजीलैंड की पीएम जैसिंडा अर्डेर्न से अपने निवास पर मुलाकात की. कनाडा के प्रधानंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी महारानी एलिबाबेथ के लिए शोक संदेश लिख अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की.
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एस जयशंकर ने भी दी थी श्रद्धांजलि
भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के ब्रिटेन पहुंचने से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ब्रिटिश दूतावास में महारानी को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के 70 वर्षों के शासनकाल में भारत-ब्रिटेन के संबंध काफी विकसित हुए, फले-फूले और मजबूत बने हैं. राष्ट्रमंडल के प्रमुख के रूप में उन्होंने दुनिया भर के लाखों लोगों के कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. गौरतलब है भारत में भी महारानी एलिजाबेथ के निधन पर बीते रविवार राजकीय शोक रखा गया था.
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