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कश्मीर मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय मंच पर मुंह की खाने के बाद अब इमरान खान करने जा रहे ये काम

कश्मीर मुद्दे को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (PM IMran Khan) पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में ये काम करने जा रहे हैं.

Updated on: 11 Sep 2019, 08:59 PM

नई दिल्ली:

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (PM IMran Khan) पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में शुक्रवार 13 सितम्बर को एक रैली को संबोधित करेंगे. पीएम इमरान खान ने बुधवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि वह कश्मीर मामले की तरफ दुनिया का ध्यान आकृष्ट करने के लिए मुजफ्फराबाद में एक 'बड़े जलसे' को संबोधित करेंगे.

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बता दें कि अंतराष्ट्रीय मंच पर मुंह की खाने के बाद भी पाकिस्तान नहीं मान रहा है. पाकिस्तान के पीएम इमरान खान अब अपने घर में ही घिरते जा रहे हैं. इसी क्रम में वह मुजफ्फराबाद में एक रैली का आयोजन करने जा रहे हैं. पाकिस्तान के पीएम इमरान खान अपने ट्वीट में कहा कि इस रैली के आयोजन के जरिए वह दुनिया को कश्मीर की स्थिति से अवगत कराना चाहते हैं और बताना चाहते हैं कि पाकिस्तान पूरी मजबूती से कश्मीर के लोगों के साथ खड़ा है.

जम्मू-कश्मीर को दिए गए विशेष दर्जे को भारत द्वारा समाप्त किए जाने से परेशान इमरान खान इस मुद्दे को लगातार उठा रहे हैं. उनकी कोशिश पाकिस्तानी अवाम के बीच इस मुद्दे को बनाए रखने की है. उन्होंने कहा था कि कश्मीरियों से एकजुटता के लिए हर हफ्ते एक बड़ा आयोजन किया जाएगा. इसकी शुरुआत उन्होंने 30 अगस्त से की थी जब दोपहर 12 से 12.30 बजे के बीच पाकिस्तान में कामकाज रोक कर कश्मीरियों से 'एकजुटता' दिखाई गई थी.

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बता दें कि जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) से अनुच्‍छेद-370 (Article-370) हटाए जाने के बाद पाकिस्‍तान की मुश्‍किलें खत्‍म होने का नाम नहीं ले रही हैं. पहले तो पाकिस्‍तान को इस मुद्दे पर दुनिया के किसी भी देश से समर्थन हासिल नहीं हुआ और अब पीओके के लोगों ने भारत में शामिल होने की मांग उठानी शुरू कर दी है. पीओके के क्षेत्र गिलगिट-बाल्टिस्तान (Gilgit-Baltistan) के लोगों का कहना है कि उन्हें भारत के संविधान पर पूरा भरोसा है और वे भारत से जुड़ना चाहते हैं.

इससे पीएम इमरान खान बुरी तरह परेशान हैं. वह अब अपने देश के लोगों को एकत्रित करने में जुटे गए हैं. इमरान खान अपने लोगों को दिखाना चाहते हैं कि वह कश्मीर मुद्दे को लेकर अभी भी गंभीर हैं. इसे लेकर ही इमरान खान मुजफ्फराबाद में एक 'बड़े जलसे' को संबोधित करेंगे. हालांकि, इससे इमरान खान को कोई सफलता हाथ नहीं लगने वाली है.
सदमे हैं.