गूगल ने 'सेल्फ ड्राइविंग' तकनीक पर किया 1 अरब डॉलर खर्च
गूगल हालांकि यह जानकारी साझा करने से बचती रही है कि उसने 'सेल्फ ड्राइविंग' तकनीक पर कितना खर्च किया है। लेकिन गूगल के वेमो और उबेर के बीच चल रही कानूनी लड़ाई के दस्तावेजों की समीक्षा से यह जानकारी सामने आ गई है उसने इस पर 1 अरब डॉलर से ज्यादा खर्च किया है।
नई दिल्ली:
गूगल हालांकि यह जानकारी साझा करने से बचती रही है कि उसने 'सेल्फ ड्राइविंग' तकनीक पर कितना खर्च किया है। लेकिन गूगल के वेमो और उबेर के बीच चल रही कानूनी लड़ाई के दस्तावेजों की समीक्षा से यह जानकारी सामने आ गई है उसने इस पर 1 अरब डॉलर से ज्यादा खर्च किया है।
गूगल ने सेल्फ ड्राइविंग सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर पर भारी-भरकम 1.1 अरब डॉलर से अधिक की रकम खर्च की है। यह जानकारी शॉन बानानजादेह द्वारा दिए गए बयान से मिली है, जो वेमो के वित्तीय विश्लेषक हैं। यह सूचना सबसे पहले आईईईई स्पेक्ट्रम के मार्क हैरिस ने निकाली थी।
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बानानजादेह उबेर के खिलाफ वेमो के चल रहे मुकदमे में गवाही दे रहे हैं। इसमें वेमो ने दावा किया है कि उबेर ने अपनी सेल्फ ड्राइविंग तकनीक विकसित करने के लिए गूगल की कंपनी के बौद्धिक संपदा और व्यापार रहस्य को चुरा लिया। पिछले महीने उबेर और गूगल के इस मुकदमे में अदालत ने अल्फाबेट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी लैरी पेज को गवाही के लिए सम्मन भेजा था।
वेमो ने उबेर के खिलाफ साल 2017 की शुरुआत में मुकदमा दायर किया था और कहा था कि चुराई गई जानकारी के आधार पर ही कंपनी ने सेल्फ ड्राइविंग कार पर काम करना शुरू किया है।
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