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'हमारा एक पौधा जो बचा था वो मिल गया...' बेटे के सुरंग से बाहर आने पर पिता की आंखों में आ गए आंसू

सुरंग में फंसे बेटे के पिता का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जो भी इस वीडियो को देख रहा है उसकी आंखों में आंसू आ जा रहे हैं.

Updated on: 28 Nov 2023, 10:22 PM

नई दिल्ली:

17 दिनों की लंबी कोशिशों के बाद उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को रेस्क्यू कर लिया गया है. आपको बता दें कि इस ऑपरेशन में 400 घंटे से ज्यादा का समय लगा. मिली जानकारी के मुताबिक, सभी मजदूरों की हालत बेहतर बताई जा रही है. हालांकि, मौके पर मौजूद मेडिकल टीमें श्रमिकों के स्वास्थ्य परीक्षण में जुटी हुई हैं. इन सबके बीच ऑपरेशन साइट के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आ रहे हैं. जो अपने आप में हैरान करने वाली बात है. हम आपके साथ एक वीडियो शेयर करने जा रहे हैं, जिसे देखने के बाद आपकी आंखों में आंसू आ सकते हैं. ये वीडियो एक पिता का है जिसका बेटा 17 दिनों तक सुरंग में फंसा रहा. ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

जब बेटे निकलने की खबर मिली तो...?

वायरल वीडियो में आप एक पिता को देख सकते हैं जिनका बेटा सुरंग में फंसा हुआ है. वीडियो में साफ सुना जा सकता है कि जब शख्स से पूछा गया कि उसे कैसा महसूस हो रहा है? क्या आप खुश है? क्या आपने घर पर बात की? इस पर शख्स ने जवाब दिया कि घर पर सभी को पता चल गया होगा. वहां मौजूद युवक पूछते हैं कि आप पहले अपने बेटे से मिलेंगे तो क्या कहेंगे? इस पर फंसे हुए बेटे का पिता जो कहते हैं, वो अपने आप में दिल को छू लेने वाला है. वीडियो में साफ सुना जा सकता है कि व्यक्ति कहता है कि हमारा एक पौधा जो बचा था वो मिल गया. इस दौरान शख्स की आंखों में आंसू आ जाते हैं. वहां मौजूद युवक कहते हैं कि आपकी आंखों में आंसू हैं. इस व्यक्ति कहते हैं यह खुशी के आंसू हैं.

पीएम मोदी ने इस ऑपरेशन पर क्या कहा?

आपको बता दें कि 41 मजदूरों के निकलने पर उनका उन्होंने हौसला काफी बढ़ाया है. पीएम मोदी ने लिखा, पीएम मोदी ने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा, उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है. टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है. मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं.  

यह अत्यंत संतोष की बात है कि लंबे इंतजार के बाद अब हमारे ये साथी अपने प्रियजनों से मिलेंगे. इन सभी के परिजनों ने भी इस चुनौतीपूर्ण समय में जिस संयम और साहस का परिचय दिया है, उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है. मैं इस बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम करता हूं. उनकी बहादुरी और संकल्प-शक्ति ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है. इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है.