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Top 5 Savings Measures: जानें इन तरीकों से बचेंगे पैसे, कंजूसी नहीं, करें प्लानिंग 

महंगाई के इस दौरान में बचत बहुत जरूरी है. अगर आप अपने कमाए हुए धन को सही जगहों नहीं रखते हो तो घाटा सहना पड़ सकता है. आपकों बस अपने निवेश पहचानना होगा.

Updated on: 06 May 2023, 02:42 PM

नई दिल्ली:

महंगाई के इस दौर में बचत बहुत जरूरी है. अगर आप अपने कमाए हुए धन को सही जगहों पर नहीं रखते हो तो घाटा सहना पड़ सकता है. आपको बस अपने निवेश को पहचानना होगा. कहां खर्च करें,  इसमें समझदारी दिखानी होगी. अकसर लोगों के पास पैसे तो होते हैं, मगर मैनेजमेंट सही न होने की वजह से सारे पैसे गलत जगहों पर खर्च होते हैं. तो आइए आज हम आपको ऐसे पांच टिप्स देंगे, जिससे आप अच्छी सेविंग कर सकें. इसके लिए आपको बस इन उपायों पर चलना होगा.

1. भरोसेमंद निवेश को चुनें  

हाल के कुछ वर्षों में लोगों ने बैंक में पैसे जमा करना बंद कर दिया है. दरअसल ब्याज दरों में कटौती की वजह से लोगों ने अपने पैसे को अन्य जगहों पर शिफ्ट किया है. अब बैंकों ने ब्याज को दोबारा से बढ़ाने की कोशिश की है. इस लिहाज से एफडी में निवेश करना बेहतर विकल्प है. एफडी में निवेश करना सेफ बताया गया है. इसमें किसी तरह का कोई जोखिम नहीं होता है. यह एक तय रिटर्न देता है. पहले के जमाने में लोग एफडी में सबसे अधिक निवेश करते थे. अब लोग दोबारा उस ओर बढ़ रहे हैं. 

2. शेयर बाजार निवेश में हड़बड़ी न दिखाएं 

वर्ष 2022 में रूस-यूक्रेन के युद्ध के कारण शेयर मार्केट गिरा रहा. ऐसे में आईपीओ (IPO) मार्केट में मायूसी छाई रही. शेयर बाज़ार में निवेश को लेकर घबराहट की स्थिति देखी गई. ऐसे में अपनी रकम को निकालने के प्रयास में जल्दबाजी ना करें. हर तरह के हालात में सब्र करें. मार्केट को समझकर निवेश करना जरूरी है. इससे दोबारा मुनाफा मिलने की उम्मीद है. 

3. पावर ऑफ कम्पाउंडिंग का उपयोग करें 

किसी भी निवेश में मिलने वाले ब्याज को अक्सर महंगाई चट कर जाती है. ऐसे में साल दर साल बीतने के बाद मूल रकम या तो उतनी ही बनी रहती है या फिर कम हो जाती है. ऐसे में रकम  बढ़ाने का अकेला विकल्प ब्याज पर मिलने वाले ब्याज पर निभर है. इसे पॉवर ऑफ कम्पाउंडिंग माना जाता है. पावर ऑफ कम्पाउंडिंग का मूल सिद्धांत जल्द से जल्द निवेश की शुरुआत करना. इससे ब्याज पर ब्याज मिल सकेगा. निवेशक को खास लाभ होगा. इसके साथ जल्द निवेश करने से लंबे समय तक निवेश का मौका मिल सकेगा. इस तरह से रकम बढ़ाने में मदद मिलेगी. 

4. कर्ज से बचने का प्रयास करें 

कर्ज का बोझ कम करने की कोशिश करें. होम लोन की ब्याज दरें भी 2 फीसदी तक बढ़ाई गई है. इस तरह से लोगों के बजट पर बड़ असर पड़ा है. उनकी EMI ने फाइनेंशियल प्लानिंग को चोट दी है. ऐसे में लोग अपने ईएमआई के बोझ को घटाएं. प्री-पेमेंट को करके इस बोझ को घटाएं. 

5. खराब निवेश से बाहर निकलें 

अपने पुराने निवेश की समीक्षा करें. इसे अपने मासिक बजट में चेक करें. गलत निवेश को खत्म करने की कोशिश करें. इन्हें छोड़कर नए विकल्पों पर जानें का प्रयास करें. इसी तरह से अगर  कोई शेयर बढ़ नहीं रहा है तो उसे बेचकर दूसरे भरोसेमंद शेयर में पैसा लगाना सही विकल्प है. इसके साथ म्यूचुअल फंड और एसआईपी में पैसा लगा बेहरत विकल्प है.