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Rapid Rail: दिल्ली-मेरठ रूट पर इसी माह फर्राटा भरेगी RAPIDX, प्रतिदिन सफर करेंगे 8 लाख यात्री

दिल्ली मेरठ रूट पर इसी माह देश की पहली रीजनल ट्रेन दौड़ने के लिए तैयार है. काफी दिनों से ट्रायल के बाद 17 किमी कॅारीडोर पर ट्रेन चलना प्रस्तावित था. लेकिन किन्हीं कारणों के चलते रेल संचालित नहीं हो सकी थी.

Updated on: 03 Jul 2023, 01:15 PM

highlights

  • 17 किमी के सफर में 5 स्टेशनों पर होगा स्टोपेज 
  • जून 2025 में तक पूरे रूट पर ट्रेन का दौड़ना है प्रस्तावित 
  • प्रथम चरण में ट्रायल के बाद दुहाई से साहिबाबाद तक चलेगी ट्रेन 

नई दिल्ली :

Delhi-Meerut Rapid Rail: लंबे समय से दिल्ली-मेरठ रूट पर रैपिड़ ट्रेन का इंतजार कर रहे लोगों के लिए खुशखबरी है. क्योंकि प्रथम चरण का सभी काम पूरा हो चुका है. जुलाई माह में ही दुहाई से साहिबाद तक रैपिड़ फर्राटा भरती नजर आएगी. आपको बता दें कि शुरूआत में इसे 17 किमी की दूरी तक चलाया जा रहा है. इसके बाद अन्य बची हुई दूरी के लिए ट्रेन को संचालित किया जाएगा. दुहाई से साहिबाबाद तक कुल 5 स्टेशन होंगे. सभी स्टेशनों पर ट्रेन का स्टोपेज होगा. हाल ही में ट्रेन का नाम रैपिड़ से बदलकर RAPIDX कर दिय गया था.. 

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पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन 
पांच स्टेशनों की अगर बात करें तो गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो होंगे. इन सभी स्टेशनों पर ट्रेन का स्टोपेज होगा. जानकारी के मुताबिक प्रथम चरण में शुरू होने वाली रैपिड़ ट्रेन का उद्घाटन स्वयं प्रधानमंत्री मोदी करेंगे.  रैपिड रेल सेवा के विकास की देखरेख कर रहे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के अधिकारियों के मुताबिक पिछले सप्ताह मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) से सुरक्षा मंजूरी मिल गई है. इसी माह यात्रियों को देश की पहली रीजनल ट्रेन में सफर का मौका मिलेगा. वहीं पूरा कॅारीडोर जून 2025 में पूरा होने की संभावना जताई जा रही है... 

160 किमी प्रतिघंटा रहेगी स्पीड
आधिकारिक सूचना के मुताबिक दुहाई डिपो तक चलने वाली ट्रेन की स्पीड़ फिलहाल 160 किमी प्रतिघंटा तय की गई है. वहीं आपको बता दें कि साहिबाबाद से मेरठ साउथ स्‍टेशन तक 42 किलोमीटर लंबा पुल भी पूरा हो चुका है. जिसमें यह 25 किमी का टुकड़ा मेरठ को जोड़ देगा. इसमें  मुरादनगर, मोदीनगर दक्षिण, मोदीनगर उत्तर और मेरठ दक्षिण हैं स्टेशन शामिल हैं. बताया जा रहा है कि इसे पूरा होते ही इस दूसरे चरण पर भी ट्रेन का ट्रायल किया जाएगा.  हालांकि इसकी अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. 

8 लाख यात्री करेंगे प्रतिदिन सफर 
वहीं एक आंकड़े के मुताबिक देश की पहली रीजनल ट्रेन में प्रतिदिन लगभग 800,000 यात्री सफर करेंगे. हालांकि अभी ये सिर्फ अनुमान है.  बताया जा रहा है कि ट्रेन का किराया रिजनेबल रखने के लिए चर्चा चल रही है. सूत्रों का दावा है कि सरकारी बस के जितना ही रैपिड का किराया रखा जाएगा. तभी जाकर ये प्रोजेक्ट सफल होगा.