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Diesel Vehicle Ban: 10 नहीं 4 साल में बंद हो जाएंगे डीजल वाहन, सरकार ने कर दिया ऐलान

Diesel Vehicle Ban: अगर आपके पास कोई डीजल वाहन है तो फिर सावधान हो जाइये. क्योंकि सरकार ने डीजल वाहनों को लेकर एक बड़ा ऐलान कर दिया है. दरअसल, सरकार की योजना 2027 तक देश में सभी डीजल वाहन बंद करने की है

Updated on: 09 May 2023, 03:13 PM

highlights

  • अगर आपके पास कोई डीजल वाहन है तो फिर सावधान हो जाइये
  • क्योंकि सरकार ने डीजल वाहनों को लेकर एक बड़ा ऐलान कर दिया है
  • सरकार की योजना 2027 तक देश में सभी डीजल वाहन बंद करने की है

New Delhi:

Diesel Vehicle Ban: अगर आपके पास कोई डीजल वाहन है तो फिर सावधान हो जाइये. क्योंकि सरकार ने डीजल वाहनों को लेकर एक बड़ा ऐलान कर दिया है. दरअसल, सरकार की योजना 2027 तक देश में सभी डीजल वाहन बंद करने की है. पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से सरकार के यह सुझाव दिया गया है कि क्यों न आने वाले तीन सालों के भीतर सड़कों से सभी डीजल वाहनों को हटवा दिया जाए और उनके स्थान पर इलेक्ट्रिक और गैस से चलने वाले वाहनों को ध्यान केंद्रित किया जाए. हालांकि सरकार ने अभी तक पेट्रोलियम मंत्रालय के इस सुझाव पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन अगर सरकार प्रस्ताव को स्वीकार करती है तो आने वाले तीन सालों के भीतर देश से डीजल वाहन गायब हो जाएंगे. 

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इलेक्ट्रिक और गैस से संचालित वाहनों का इस्तेमाल बढ़ने का सिफारिश

दरअसल, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा गठित पैनल ने देश में इलेक्ट्रिक और गैस से संचालित वाहनों का इस्तेमाल बढ़ने का सिफारिश की है. पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने यह रिपोर्ट अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर अपलोड की है. रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में वाहनों को इलेक्ट्रिक और गैस चलित वाहनों पर स्विच कर देना चाहिए. क्योंकि इन शहरों में प्रदूषण का स्तर तेजी के साथ बढ़ता जा रहा है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि भारत ग्रीनहाउस गैसों के सबसे बड़े उत्सर्जकों की सूची में शामिल है और हालात चिंताजनक हैं. 

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पेट्रोल-डीजल वाहनों पर निर्भरता कर करने के प्रयास में जुटी सरकार

रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि 2030 तक ज्यादा प्रदूषण वाले शहरों में डीजल वाहनों को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर देना चाहिए और उसके स्थान पर इलेक्ट्रिक बसों को तरजीह दी जाए. आपको बता दें कि सरकार लगातार पेट्रोल-डीजल वाहनों पर निर्भरता कम करने के प्रयास में जुटी है. इसका सबसे बड़ा कारण देश में बढ़ता प्रदूषण का स्तर और पेट्रोल-डीजल के लिए दूसरे देशों पर बढ़ती निर्भरता है. ऐसे में सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दे रही है.