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DRDO का अनमैन्ड एरियल व्हीकल TAPAS 04 कर्नाटक में टेस्ट के दौरान हुआ Crash

अनमैन्ड एरियल व्हीकल (यूएवी) एयरक्राफ्ट का एक क्लास है जो बिना किसी पायलट के उड़ता है.

Updated on: 17 Sep 2019, 10:49 AM

highlights

  • DRDO का अनमैन्ड एरियल व्हीकल TAPAS 04 कर्नाटक में टेस्ट के दौरान हुआ Crash
  • इसका ट्रायल किया जा रहा था और इसी टेस्ट के दौरान वो फेल हो गया.
  • अनमैन्ड एरियल व्हीकल (यूएवी) एयरक्राफ्ट का एक क्लास है जो बिना किसी पायलट के उड़ता है.

नई दिल्ली:

Defence Research and Development Organisation या रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन का अनमैन्ड एरियल व्हीकल (Unmanned aerial vehicle) TAPAS 04 मंगलवार की सुबह कर्नाटक में हादसे का शिकार हो गया. चित्रदुर्ग जिले के जोडीचिकेनहल्ली में सुबह 6 बजे यूएवी दुर्घटनाग्रस्त हुआ है. यह डीआरडीओ का TAPAS 04 है. इसका आज ट्रायल किया जा रहा था. मौके पर डीआरडीओ के आला अधिकारी पहुंच गए हैं.
चैलकेरे एरोनॉटिकल टेस्ट रेंज (एटीआर) में आउट-डोर परीक्षण किया जाता है. यहां डीआरडीओ की ओर से विशेष रूप से मानव रहित विमानों के लिए काम किया जाता है. क्रैश की घटना इसी रेंज के आसपास हुई है. कर्नाटक के चित्रदुर्ग के एसपी ने घटना के बारे में जानकारी दी कि डीआरडीओ का TAPAS 04 क्रैश हुआ है.

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बताया जा रहा है कि इसका ट्रायल किया जा रहा था और इसी टेस्ट के दौरान वो फेल हो गया और क्रैश कर गया. अच्छा था कि रुस्तम आबादी से दूर गिरा. लोगों को इस यूएवी के बारे में कुछ जानकारी नहीं थी इसलिए इसे देखने के लिए आसपास भीड़ इकट्ठी हो गई.

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अनमैन्ड एरियल व्हीकल (यूएवी) एयरक्राफ्ट का एक क्लास है जो बिना किसी पायलट के उड़ता है. यूएवी सिस्टम में एयरक्राफ्ट कंपोनेंट, सेंसर पेलोड्स और एक ग्राउंड कंट्रोल सिस्टम होता है. यूएवी को ऑनबोर्ड इलेक्ट्रॉनिक उपकरण या ग्राउंड पर लगे उपकरणों से नियंत्रित किया जा सकता है. जब इसे ग्राउंड सिस्टम से कंट्रोल किया जाता है तो इसे आरपीवी (रिमोटली पायलटेड व्हीकल) कहा जाता है. इसके लिए वायरलेस सिस्टम की जरूरत पड़ती है.

यूएवी का उपयोग निगरानी और रक्षा से जुड़े कार्यों में ज्यादातर किया जाता है.मिलिटरी और कमर्शियल कार्यों में इसका प्रयोग अब ज्यादा होने लगा है. छोटे यूएवी को ग्राउंड पर लगे लैपटॉप से भी कंट्रोल किया जा सकता है. मौसम की जानकारी के लिए भी इसका उपयोग बड़े पैमाने पर किया जा रहा है.