जैसलमेर में सेना के तीनों अंगों ने दिखाई ताकत, थर्राया पाकिस्तान
राजस्थान के रेगिस्तानी इलाके में भारतीय सेना युध्दाभ्यास कर रही है. सेना के युद्धाभ्यास की खास बात यह है कि सेना के तीनों अंग एक साथ युद्धाभ्यास कर रहे हैं. शुक्रवार को सीडीएस जनरल विपिन रावत सहित सेना के कई प्रमुख अधिकारी मौजूद रह सकते हैं.
नई दिल्ली:
कोरोना महामारी के बाद भारतीय सेना राजस्थान के जैसलमेर में सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास कर रही है. भारतीय सेना ये युद्धाभ्यास जैसलमेर के रेगिस्तानी इलाके में कर रही है. खास बात यह है कि दक्षिण शक्ति नामक इस युद्धाभ्यास में सेना के साथ एयरफोर्स भी हिस्सा ले रही है. सेना के तीनों अंग एक साथ युद्धाभ्यास में हिस्सा ले सके, इसके लिए इस एक्सरसाईज में इंटीग्रेटेड थियेटर कमान की परिकल्पना को किया साकार किया गया है.
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आपको बता दें कि सेना के तीनों अंगो में तालमेल बैठाने के लिए और दुश्मन को पूरी तरह नेस्तनाबूद करने के लिए पहली बार स्पेस टेक्नोलॉजी व आर्टिफीशियल इेटेलीजेंस का भी समावेष किया गया है. इस युद्धाभ्यास में T-72 और T-90 टैंक भी हिस्सा लेंगे.
एयरफोर्स की बात करें तो एयरफोर्स के फाइटर फ्लेन ध्रुव,रुध्रा व जैगवार जैसे विमान हिस्सा लेंगे. इस युद्धाभ्यास में सबसे बड़ी बात यह है कि रसियन टैंक विजयन्ता भी हिस्सा ले रहा है. थल सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे एक्सरसाइज का अवलोकन करेंगे. वहीं सदन कमान जेओसी लेफ्टिनेंट जनरल जे. एस. नैन,जेओसी बैटल एक्स डिवीजन मेजर जनरल अजित सिंह गहलोत भी साथ मौजूद रहेंगे.
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आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सेना, पाकिस्तान से लगती सीमा हो या फिर चीन से लगती एलएसी सहित सभी इलाके में हर चुनौती का सामना करने के लिए अपने आपको तैयार कर रही है. सेना अभ्यास कर रही है कि कम समय में कैसे ऑपरेशन के लिए सैन्य तैनाती की जाती है? ये सेना का सालाना अभ्यास कार्यक्रम है, जिसे EWT यानी एक्सरसाइज विद ट्रूप्स कहा जाता है.
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