logo-image

बाबा हरी बोल दास चढ़े मोबाइल टावर पर, अवैध खनन रोकने की मांग

भरतपुर में अवैध खनन को रोकने के लिए दी गई आत्मदाह की चेतावनी  के बाद आज बाबा हरी बोल दास मोबाइल टावर पर चढ़ गए. जबकि कल केबिनेट मंत्री और साधु संतों के बीच वार्ता हुई थी, जिसमें आत्मदाह को स्थगित कर दिया गया था.

Updated on: 19 Jul 2022, 03:43 PM

नई दिल्ली:

भरतपुर में अवैध खनन को रोकने के लिए दी गई आत्मदाह की चेतावनी  के बाद आज बाबा हरी बोल दास मोबाइल टावर पर चढ़ गए. जबकि कल केबिनेट मंत्री और साधु संतों के बीच वार्ता हुई थी, जिसमें आत्मदाह को स्थगित कर दिया गया था. उसके बाद भी धरने पर बैठे बाबा हरी बोल दास आज सुबह मोबाइल टावर चढ़ गए. बाबा की मांग हैं की श्री कृष्ण की क्रीड़ास्थली में खनन को रोका जाए और उसे वन क्षेत्र घोषित किया जाए. मेवाड़ इलाके की पहाड़ियों को खनन माफिया छलनी करने में लगे हुए हैं. जिन्हें रोकने के लिए बाबा हरी बोल दास ने कई बार आंदोलन किए. सीएम से मिले प्रशासन से मिले.

हर बार आश्वासन मिला की जल्द ही खनन पर रोक लगा दी जाएगी. लेकिन जब बार-बार आंदोलन के बाद भी खनन नहीं रुका तो बाबा हरी बोल दास ने 19 जुलाई को सीएम हाउस के बाहर आत्मदाह की चेतावनी दी. सीएम हाउस के बाहर आत्मदाह की चेतावनी के बाद कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह कल भरतपुर पहुंचे और प्रशासन के अधिकारियों और पुलिस के अधिकारियों के साथ साधु संतों से वार्ता की, वार्ता पूरी तरह से सफल रही. साधुओं ने अपनी हर मांग कैबिनेट मंत्री के सामने रखी. इसके बाद आत्मदाह को स्थगित कर दिया गया. सुबह बाबा हरी बोल दास डीग कस्बे के पैसोपा इलाके में एक मोबाइल टावर पर चढ़ गए. 

इसकी सूचना पर पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं. अब बाबा को नीचे उतारने की कोशिश की जा रही है. बाबा की मांग है की, भगवान श्री कृष्ण जिन पहाड़ियों में खेले थे उसमें खनन को रोका जाए और उस इलाके में वन क्षेत्र घोषित किया जाए.