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जम्‍मू-कश्‍मीर में अतिरिक्‍त सुरक्षाबलों की तैनाती से पैदा हो रहा डर, महबूबा मुफ्ती ने जताई आपत्‍ति

केंद्र सरकार ने जम्‍मू-कश्‍मीर में सुरक्षाबलों की 100 अतिरिक्‍त कंपनियां तैनात करने का फैसला लिया है. इसके मुताबिक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 50 अतिरिक्‍त कंपनियां जम्‍मू और कश्‍मीर में तैनात की जाएंगी.

Updated on: 27 Jul 2019, 02:55 PM

नई दिल्‍ली:

जम्‍मू-कश्‍मीर में सुरक्षाबलों की अतिरिक्‍त तैनाती को लेकर पूर्व मुख्‍यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. शनिवार को ट्वीट कर महबूबा मुफ्ती ने कहा, "केंद्र सरकार की ओर से कश्‍मीर घाटी में की गई 10 हजार जवानों की अतिरिक्‍त तैनाती से लोग भयभीत हो रहे हैं." मुफ्ती बोलीं, "कश्‍मीर घाटी में सुरक्षाबलों की कोई कमी नहीं है. जम्‍मू-कश्‍मीर राजनीतिक समस्‍या है, सेना इसका हल नहीं है. केंद्र सरकार को इस मामले में दोबारा विचार करने और अपनी नीतियों में बदलाव करने की जरूरत है."

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गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने जम्‍मू-कश्‍मीर में सुरक्षाबलों की 100 अतिरिक्‍त कंपनियां तैनात करने का फैसला लिया है. इसके मुताबिक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 50 अतिरिक्‍त कंपनियां जम्‍मू और कश्‍मीर में तैनात की जाएंगी. साथ ही दिल्‍ली से सीआरपीएफ की 9 अतिरिक्‍त कंपनियां कश्‍मीर घाटी में भेजी जाएंगी.

जम्‍मू-कश्‍मीर में CRPF के अलावा सीमा सुरक्षा बल (BSF), सशस्‍त्र सीमा बल (SSB) और इंडो तिब्‍बतन बॉर्डर पुलिस (ITBP) की कंपनियां भी तैनात की जाएंगी. राज्‍य में पहले से ही 40 हजार सुरक्षाबल तैनात हैं.

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पूर्व आईएएस अधिकारी और जम्मू-कश्मीर पीपल्स मूवमेंट (जेकेपीएम) के अध्यक्ष शाह फैसल ने कई सवाल उठाए हैं. शाह फैसल ने कहा कि इस बात की अफवाह तेज है कि कश्मीर की घाटी में कुछ बड़ा घटित होने वाला है.

शाह फैसल ने ट्वीट कर कहा, 'घाटी में अचानक सुरक्षाबलों की 100 अतिरिक्त कंपनियों की तैनाती क्यों हो रही है, इसके बारे में किसी को जानकारी नहीं है. इस बात की अफवाह है कि घाटी में कुछ बड़ा भयानक होने वाला है. क्या यह अनुच्छेद 35ए को लेकर है?'