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फीस वृद्धि के विरोध में सड़क पर उतरे JNU के छात्र, कैंपस से राष्ट्रपति भवन तक किया मार्च

फीस वृद्धि के विरोध में सड़क पर उतरे छात्र, कैंपस से राष्ट्रपति भवन तक किया मार्च

Updated on: 09 Dec 2019, 03:36 PM

highlights

  • फीस वृद्धि के विरोध में आज जेएनयू के छात्रों ने कुछ अलग ही तरीके से अपना विरोध जताया.
  • जेएनयू के छात्रों ने कैंपस से राष्ट्रपति भवन तक किया मार्च किया. 
  • इस पैदल मार्च को जेएनयू टीचर्स असोसिएशन ने भी साथ दिया है. 

नई दिल्ली:

फीस वृद्धि के विरोध में 9 दिसंबर जेएनयू के छात्रों ने कुछ अलग ही तरीके से अपना विरोध जताया. जेएनयू के छात्रों ने कैंपस से राष्ट्रपति भवन तक किया मार्च किया. इस पैदल मार्च को जेएनयू टीचर्स असोसिएशन ने भी साथ दिया है. हॉस्टल फीस के मसले को लेकर जेएनयू अब काफी मुश्किल दौर में है, 12 दिसंबर से स्टूडेंट्स के सेमेस्टर एग्जाम है.

फीस वृद्धि को लेकर जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के छात्र ने सोमवार (18 नवंबर) को संसद भवन की तरफ मार्च करने का ऐलान किया था लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें रोक दिया. जिसके बाद पुलिस और छात्रों के बीच विरोध प्रदर्शन हुए. पुलिस की इस कार्यवाई में कई छात्र के घायल होने की खबर सामने आ रही है, जबकि एक छात्र की गंभीर रुप से घायल होने की खबर थी.

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NU विवाद पर छात्र संघ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस दौरान छात्रों ने प्रशासन पर कई आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि प्रशासन की तरफ से किसी ने बात नहीं की. घायल छात्रों को मीडिया के सामने को पेश किया गया. वहीं आज पुलिस ने छात्रों के खिलाफ केस दर्ज किया है. सोमवार को पुलिस और छात्र संघ में भिड़ंत हो गई थी. इसमें कई छात्र घायल हो गए. पुलिस ने छात्रों पर लाठी चार्ज की. इस दौरान छात्रों ने सीधे तौर पर सरकार को चुनौती दी.

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जवाहरलाल नेहरू कैंपस के एडमिन ब्लॉक में एमएचआरडी द्वारा गठित हाई पावर कमेटी की बैठक हुई. बैठक में वीएन चौहान, यूजीसी के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर अनिल सहस्त्रबुद्धे, एसआईसीटी प्रोफेसर रजनीश और यूजीसी के सचिव मौजूद हैं. जेएनयू छात्र संघ की तरफ से छात्र संघ के अध्यक्ष आयुषी घोष, उपाध्यक्ष साकेत मून, सचिव सतीश चंद्र यादव, सह सचिव एमडी दानिश के साथ करीब 30 काउंसलर भी मौजूद थे.