22 जनवरी को बिहार में होगा बड़ा 'सियासी खेल', JDU के इस नेता ने कही बड़ी बात
बिहार में जननायक कर्पूरी ठाकुर की जन्म शताब्दी समारोह के बहाने आरक्षण पर चर्चा तेज करने की कोशिश की जा रही है. बता दें कि 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, उसी दिन कर्पूरी ग्राम में समाजवादियों का जमावड़ा है.
highlights
- 22 जनवरी को बिहार में होगा बड़ा 'सियासी खेल'
- कर्पूरी ठाकुर जयंती समारोह पर होगा बड़ा सियासी गेम
- JDU के केसी त्यागी ने कही बड़ी बात
Patna:
Karpuri Thakur Jayanti: एक तरफ बिहार की सियासत दिन-ब-दिन गर्म होती दिख रही है, दूसरी तरफ बिहार में पक्ष-विपक्ष के द्वारा बयानबाजियों का दौर भी शुरू है. वहीं बिहार में महागठबंधन की सरकार है, लेकिन सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. इस बीच बिहार में जननायक कर्पूरी ठाकुर की जन्म शताब्दी समारोह के बहाने आरक्षण पर चर्चा तेज करने की कोशिश की जा रही है. बता दें कि 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, उसी दिन कर्पूरी ग्राम में समाजवादियों का जमावड़ा है. जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि, ''आयोजन में शामिल समाजवादी इस बात पर विचार करेंगे कि 2024 के लोकसभा चुनाव के एजेंडे में आरक्षण को कैसे शामिल किया जाए.''
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वहीं आपको बता दें कि केसी त्यागी ने आगे कहा कि, ''आरक्षण के साथ कर्पूरी ठाकुर की चर्चा इसलिए प्रासंगिक है कि पहली बार उन्होंने ही पिछड़ों, महिलाओं और ऊंची जाति के गरीबों को आरक्षण दिया था. बदलाव यह आया है कि 1978 में आरक्षण देने के कारण कर्पूरी ठाकुर का जबरदस्त विरोध हुआ था और आज विरोध नहीं हो रहा है.''
'जननायक की दूरदर्शिता भी प्रमाणित होती है' - केसी त्यागी
आपको बता दें कि केसी त्यागी ने आगे कहा कि, ''कर्पूरी ठाकुर की समता, समरसता और समन्वय की नीति की स्वीकार्यता बढ़ी है. आरक्षण में जननायक की दूरदर्शिता भी प्रमाणित होती है. उन्होंने आज से बहुत पहले महिलाओं और ऊंची जाति के गरीबों के लिए आरक्षण का प्रविधान किया था, जिसे हरेक धारा की राजनीति ने स्वीकार कर लिया है.''
कार्यक्रम में शामिल होंगे रामाशंकर सिंह
वहीं आपको बता दें कि आगे केसी त्यागी ने कहा कि, ''विमर्श के नतीजों के संदर्भ में विभिन्न राजनीतिक दलों से बातचीत की जाएगी. उनसे आग्रह किया जाएगा कि आरक्षण के विषय को अपने घोषणा पत्र में शामिल करें. समारोह में पुराने समाजवादी रामाशंकर सिंह भी शामिल होंगे. इमरजेंसी के दौरान कर्पूरी ठाकुर लंबे समय तक भूमिगत रहे. उन दिनों रामाशंकर सिंह लगातार उनके साथ थे.''
हालांकि 22 जनवरी की तारीख तय करने को लेकर त्यागी ने कहा कि इसका अयोध्या कार्यक्रम से कोई संबंध नहीं है. कर्पूरी ठाकुर की जन्मतिथि 24 जनवरी है. उस दिन पटना में जदयू और राजद समेत अन्य दलों के कई कार्यक्रम हैं. कई वक्ताओं को पटना में भी कार्यक्रम में शामिल होना है, इसलिए दो दिन पहले कर्पूरी ग्राम में कार्यक्रम आयोजित किया गया है. वहीं, कर्पूरीग्राम की घटना पर जननायक के नाम पर एक विश्वविद्यालय का नाम रखने की भी मांग की जायेगी.
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