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बेतिया: नौनिहालों के आगे DPO को टेकना पड़ा घुटना, प्रिंसिपल का ट्रांसपर लिया वापस

प्रिंसिपल जितेंद्र कुमार के तबादले को रोकने के लिए  स्कूल के बच्चों के द्वारा उग्र प्रदर्शन किया था. जिसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी को अपना आदेश वापस लेना पड़ा और उन्हें वापस प्रिंसिपल जितेंद्र कुमार को बनाना पड़ा.

Updated on: 21 Sep 2023, 05:24 PM

highlights

  • राजकीय मध्य विद्यालय, पखनहा का मामला
  • डीपीओ के वापस लेना पड़ा प्रिंसिपल का तबादला
  • छात्रों के आगे डीपीओ को करना पड़ा सरेंडर

West Champaran:

प. चम्पारण यानि बेतिया के बैरिया प्रखंड में स्थित राजकीय मध्य विद्यालय, पखनहा के नौनिहालों के आगे आखिरकार का डीपीओ को झुकना ही पड़ा और पूर्व में किया गया प्रिंसिपल जितेंद्र कुमार का तबादला रद्द करना पड़ना और उन्हें फिर से स्कूल का प्रिंसिपल बनाना पड़ा. दरअसल, सोमवार (18 सितंबर को) जिले के सरकारी मिडिल स्कूल के प्रिंसिपल का ट्रांसफर किया गया था. मामले की जानकारी मिलने के बाद बच्चों ने डीपीओ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. बच्चों का कहना था कि प्रिंसिपल जितेंद्र कुमार ने इस स्कूल को सुधारा है. पहले यह स्कूल नशेड़ियों का अड्डा हुआ करता था और अब उनकी ही ट्रांसफरक किया जा रहा है.

DPO पर तीन बच्चों को मारने की भी आरोप है

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प्रिंसिपल जितेंद्र कुमार के तबादले को रोकने के लिए  स्कूल के बच्चों के द्वारा उग्र प्रदर्शन किया था. जिसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी को अपना आदेश वापस लेना पड़ा और उन्हें वापस प्रिंसिपल जितेंद्र कुमार को बनाना पड़ा. बता दें कि पूरा मामला बैरिया प्रखंड के राजकीय मध्य विद्यालय पखनहा का है. यहां दो माह पहले जितेंद्र कुमार का बतौर प्रिंसिपल तैनाती हुई थी लेकिन सोमवार को उनका ट्रांसफर कर दिया गया और उनके बदले फिर से पुराने प्रिंसिपल विनय कुमार को वापस लाया गया. 

डीपीओ ने तीनों बच्चों को मारा भी

विनय कुमार को स्कूल के बच्चे पसंद नहीं करते. बच्चों का कहना है कि विनय कुमार के कार्यकाल में स्कूल नशेड़ियों का अड्डा हुआ करता था और कक्षाएं चलते रहती थी और बाहर असामाजिक तत्व सिगरेट पीते थे, लेकिन जितेंद्र सर जब से स्कूल के प्रिंसिपल बने तब से स्कूल की दशा बदल गई. वहीं माले नेता सुनील राव ने भी प्रिंसिपल के समर्थन में उतर आए और कहा कि 2 घंटे के अंदर ट्रांसफर और पोस्टिंग की खेल को एक बड़ा घाल मेल है और जिला पदाधिकारी से मांग की है कि मामले की तहत तक जाकर जांच कराई जाए नहीं तो आंदोलन किया जाएगा.

माले नेता सुनील राव

 

रिपोर्ट: सत्येन्द्र कुमार पाण्डेय