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Shocking! क्या चेन्नई टेस्ट में जान बूझ कर पिच में की गई थी गड़बड़ी?

रवि शास्त्री और भरत अरुण इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट शुरू होने से एक दिन पहले 4 फरवरी की शाम को चेपॉक के चिदंबरम स्टेडियम में थे. हेड कोच और गेंदबाजी कोच ने क्यूरेटर और ग्राउंड्समैन से साफ तौर पर कहा था कि पिच जैसी है, उसे वैसा ही छोड़ दें.

Updated on: 07 Mar 2022, 09:51 PM

highlights

  • चेन्नई टेस्ट में टीम इंडिया के साथ हुआ था धोखा?
  • इंग्लैंड ने भारतीय टीम को दी थी करारी मात
  • जो रूट के दोहरे शतक की बदौलत इंग्लैंड ने खड़ा किया था पहाड़ सरीखा स्कोर

नई दिल्ली:

साल 2021 में इंग्लैंड ने भारत का दौरा किया था. इस दौरे की शुरुआत 4 टेस्ट मैचों की सिरीज के साथ हुई थी. इसके बाद दौरे पर इंग्लैंड की टीम ने 5 टी-20 इंटरनेशनल मैचों की सिरीज खेला था तो 3 वनडे मैचों का सिरीज भी. इस दौरे पर इंग्लैंड ने चेन्नई टेस्ट मैच में जीत के साथ शुरुआत की थी. वो टेस्ट मैच इंग्लैंड की टीम ने 227 रनों के बड़े अंतर के साथ जीता था. अब इस मैच से जुड़ी बड़ी जानकारी सामने आ रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत-इंग्लैंड टेस्ट से ठीक पहले वाली शाम को चेन्नई पिच क्यूरेटर के पास किसी 'बड़े' आदमी का फोन आया था, जिसके बाद पिच में बदलाव किया गया था. 

कहीं पिच में बदलाव की वजह से तो नहीं हारी टीम इंडिया?

जानकारी के मुताबिक, भारतीय टीम प्रबंधन ने बीसीसीआई से शिकायत की थी कि भारतीय टीम के कोच और कप्तान की इच्छा के विपरीत चेन्नई की पिच के सीनियर क्यूरेटर के कहने पर पिच पर पानी डाला गया था. इसके अलावा उसपर जमकर रोलर चलाया गया था. इस शिकायत के बाद क्यूरेटर को हटा दिया गया था और दूसरे क्यूरेटर को अगले मैच के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई थी. ये टेस्ट मैच टीम इंडिया बुरी तरह से हार गई थी. एक्सपर्ट्स का कहना है कि पिच पर पानी डालकर उसे इतना रोल कर दिया गया था कि पिच पूरी तरह से पाटा हो गई. जबकि ऐसा करने से उस समय टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री ने कड़ाई ते मना किया था. बता दें कि इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने मैच में टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. ये फैसला इंग्लैंड के पक्ष में भी गया, जब इंग्लैंड की टीम ने पाटा विकेट का फायदा उठाकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 578 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया था. इंग्लैंड के लिए पहली पारी में कप्तान जो रुट ने दोहरा शतक मारा था.

ऐसा रहा था मैच का हाल, भारतीय टीम को मिली थी करारी हार

रूट के दोहरे शतक की बदौलत इंग्लैंड ने 578 रनों का स्कोर खड़ा किया, तो भारतीय टीम पहली पारी में 337 रनों पर ही सिमट गई थी. इसके बाद इंग्लैंड की टीम की दूसरी पारी 178 रनों पर ही सिमट गई थी. एक बार फिर से रूट ने सर्वाधिक 40 रन बनाए थे और इंग्लैंड ने भारतीय टीम के सामने 420 रनों का असंभव लक्ष्य रखा था. भारतीय टीम अपनी दूसरी पारी में विराट कोहली के 72 रनों की पारी के बावजूद महज 192 रनों पर सिमट गई थी और टीम इंडिया को 227 रनों के बड़े अंतर से शिकस्त झेलनी पड़ी थी. अब जानकारी सामने आ रही है कि पाटा पिच 'किसी' के निर्देश पर बनाया गया था.

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पिच पर पानी डालने और रोलिंग के मिले थे निर्देश?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रवि शास्त्री और भरत अरुण इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट शुरू होने से एक दिन पहले 4 फरवरी की शाम को चेपॉक के चिदंबरम स्टेडियम में थे. हेड कोच और गेंदबाजी कोच ने क्यूरेटर और ग्राउंड्समैन से साफ तौर पर कहा था कि पिच जैसी है, उसे वैसा ही छोड़ दें. इस पर पानी ना डालें और ना ही रोलर चलवाएं. इसके बाद वह टीम के साथ वहां से चले गए.’ शास्त्री और अरुण के जाने के बाद पिच पर मौजूद बीसीसीआई के क्यूरेटर ने ग्राउंड्समैन से कहा कि उन्हें एक उच्च अधिकारी ने पिच पर पानी देने और रोलर चलवाने के लिए कहा है. ग्राउंड्समैन ने क्यूरेटर से बिना कोई सवाल किए पिच पर पानी डाला और रोलर चलवाया. रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ लोग जानना चाहते हैं कि आखिरकार उस शाम क्यूरेटर को फोन किसने किया था. सूत्रों के अनुसार, ‘ उन्होंने (क्यूरेटर) पिच पर पानी डाला, रोलर बुलवाया और अगली सुबह विकेट ‘पाटा’ हो गया. ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि भारतीय टीम मैनेजमेंट और टीम के कोच की इच्छा के विपरीत किस व्यक्ति ने फोन करके पिच में बदलाव करवाया? इस सीरीज के अगले तीन मैचों में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को कोई मौका नहीं दिया था और तीनों मैच आसानी से जीत लिये थे.

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