logo-image

अगर 'आप' अब भी नहीं सुधरे, तो दफनाने के लिए नहीं मिलेगी कहीं जगह

अगर ऐसे तत्व अब भी नहीं सुधरे, तो उन्हें दफनाने के लिए जगह भी नहीं मिलेगी. ठीक वैसा जैसा इटली में हो रहा है. इटली (Italy) के मिलान शहर में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की लाशों का अंबार लग गया है.

Updated on: 03 Apr 2020, 12:09 PM

highlights

  • गुरुवार को ही 545 नए मामले सामने आए, जिनमें 70 फीसदी जमात से जुड़े.
  • तबलीगी जमात के सदस्यों ने वही काम किया, जो इटली में लोगों ने किया था.
  • इटली के मिलान में 30 अप्रैल तक शवों के दफनाने पर रोक लगा दी गई है.

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण फैलने की रफ्तार की भयावहता का अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि महज चार दिनों में सिर्फ भारत में ही एक हजार से अधिक नए मामले सामने आए हैं. इनमें भी सिर्फ गुरुवार को ही 545 नए मामले सामने आए. यह अलग बात है कि इनमें तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के संपर्क में आने वाले लोगों की संख्या 70 फीसदी है. कह सकते हैं कि सरकारी निर्देशों को धता बताकर मरकज (Nijamuddin Markaz) में शामिल होना और फिर सफर तय कर अपने-अपने घरों को जाना. फिर वहां भी जानकारी नहीं देने से देश भर के अलग-अलग हिस्सों में 3 हजार सक्रिय कोरोना बम लाशों के ढेर लगाने वाले हैं. यह अलग बात है कि अगर ऐसे तत्व अब भी नहीं सुधरे, तो उन्हें अंतिम संस्कार के लिए जगह भी नहीं मिलेगी. ठीक वैसा जैसा इटली में हो रहा है. इटली (Italy) के मिलान शहर में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की लाशों का अंबार लग गया है. ऐसे में शहर में 30 अप्रैल तक अंतिम संस्कार पर रोक लगा दी गई है.

यह भी पढ़ेंः कोविड-19: संक्रमितों की संख्या 2,500 के पार, PM मोदी ने प्रयास तेज करने का आह्वान किया

2,500 के पार पहुंचा पीड़ितों का आंकड़ा
बुधवार को देश में कोरोना पीड़ितों की संख्या 2000 के आसपास से थी, लेकिन एक ही दिन यानी गुरुवार को 545 नए मामलों के साथ यह आंकड़ा 2,500 को पार कर गया है. केवल दिल्ली की ही बात करें तो गुरुवार को कम से कम 141 कोरोना के नए मामले सामने आए, महाराष्ट्र में कम से कम 88 और तमिलनाडु में 75 नए मामलों की पुष्टि हुई है. गुरुवार को 10 कोरोना वायरस के पीड़ितों की मौत के बाद कुल मृतकों की संख्या 72 तक पहुंच गई है. हालांकि सरकार ने आधिकारिक रूप से अभी केवल 2,069 मामलों और 54 मौतों की पुष्टि की है. जाहिर है जमात के कोरोना बम अब अपना असर दिखा रहे हैं. अगर यही हाल रहा तो एक बड़ी संख्या में मृतकों को अंतिम संस्कार से भी महरूम रहना पड़ेगा.

यह भी पढ़ेंः पाकिस्तान कर रहा आतंकी उमर शेख को रिहा, कश्मीर में दहशत फैलाने को आईएसआई की साजिश

इटली में 30 अप्रैल तक दफनाने पर लगी रोक
गौरतलब है कि वैश्विक स्तर पर कोरोना के कहर से इस वक्त सबसे ज्यादा इटली प्रभावित है, जहां मृतकों की संख्या 10 हजार के ऊपर पहुंच चुकी है. ऐसे में अंतिम संस्कार के लिए लगी लाशों के अंबार को देख मिलान में 30 अप्रैल तक शवों के दफनाने पर रोक लगा दी गई है. मिलान के सिटी काउंसिल प्रवक्ता के बयान के मुताबिक शहर के क्रिमेटोरियो डे लाम्बार्टे में अंतिम संस्कार के लिए लाए गए शवों का वेटिंग टाइम 20 दिन पहुंच चुका है. फैशन की वैश्विक पहचान के रूप में ख्यात मिलान में फरवरी से लॉकडाउन चल रहा है. कोरोना संक्रमण से मिलान में पहली मौत 21 फरवरी को दर्ज की गई थी और अब तक 7,960 लोग यहां संक्रमण से जंग हार चुके हैं.

यह भी पढ़ेंः मुस्लिम धर्म गुरू ने जारी किया फतवा, कोरोना संक्रमण छिपाने को बताया गुनाह

दिल्ली में एक दिन में सबसे ज्यादा मामले
ऐसे में तबलीगी जमात के सदस्यों ने वही काम किया है, जो इटली में लोगों ने किया था. रोक के बावजूद सभी फुटबॉल मैच देखने पहुंचे थे, जिसके बाद संक्रमण ने रफ्तार पकड़ी. ऐसे में पांच आदमियों से ज्यादा के एक जगह एकत्र होने पर रोक को धता बता जमात ने अपना कार्यक्रम किया. नतीजा यह है कि दिल्ली में सामने आए कोरोना के 141 नए मामलों में से 129 तबलीगी जमात से जुड़े हैं. दक्षिण के राज्यों तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में सामने आए कोरोना पीड़ितों में कम से कम 143 तबलीगी कार्यक्रम में शामिल हुए लोग या उनके संपर्क में आए लोग हैं. तमिलनाडु के 75 नए मामलों में से 74, तेलंगाना के 27 नए मामलों में 26 और कर्नाटक के 14 नए मामलों में से 11 का तबलीगी से लिंक मिला है. आंध्र प्रदेश में तो सभी 32 नए केस तबलीगी जमात से ही जुड़े बताए जा रहे हैं.

यह भी पढ़ेंः कोरोना (Corona) के संदिग्ध मरीज का सैंपल लेने पहुंची पुलिस और डॉक्टरों की टीम, लोगों ने बरसाए पत्थर

महाराष्ट्र में सामने आए 88 नए मामले
इसी तरह से मध्य प्रदेश, असम, मणिपुर और अरुणाचल में कंफर्म हुए कोरोना के सभी नए मामले इसी संगठन से जुड़े हैं. मध्य प्रदेश में 5, असम में 3, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में 1-1 नए कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है. राजस्थान के 13 ताजा मामलों में 3, यूपी के 10 नए पीड़ितों में 2 और महाराष्ट्र के 88 में कम से कम 8 पीड़ितों का तबलीगी जमात से कनेक्शन सामने आया है. तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कोरोना पीड़ितों की संख्या में पिछले 3 दिनों में कई गुना बढ़ोतरी दर्ज की गई है. केवल आंध्र में ही कोरोना के मामले 2 दिनों में तीन गुना बढ़ गए हैं. वहीं असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्व शर्मा ने कहा, 'राज्य के 503 लोगों ने निजामु्द्दीन के धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया, इनमें 488 से हमारा संपर्क हो चुका है. 361 लोगों को सैंपल लिए जा चुके हैं.'

यह भी पढ़ेंः राजस्थान: तबलीगी जमात के संपर्क में आने वालों से अशोक गहलोत ने की ये बड़ी अपील

तबलीगी जमात की लापरवाही का नतीजा
देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 2500 के पार पहुंच गए हैं. देश भर में दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात की मरकज में शामिल हुए 400 लोगों के संक्रमित पाए जाने के बाद कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का आंकड़ा अचानक बढ़ गया है. इन हालातों को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तबलीगी गतिविधियों में शामिल हुए करीब 960 विदेशियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है. गृह मंत्रालय की ओर से जानकारी दी गई कि गृह मंत्रालय द्वारा पर्यटक वीजा पर तब्लीगी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने के कारण 960 विदेशियों को ब्लैक लिस्ट किया गया है और साथ ही उनका भारतीय वीजा भी रद्द कर दिया गया है.

यह भी पढ़ेंः Sunny Leone Video: सनी लियोन को ऐसे पहले कभी नहीं देखा होगा, live डांस से ढाया कहर

तबलीगी जमात से जुड़े 19 लोगों की मौत
यही वजह है कि देश में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. देश में अब तक आए कुल मामलों में 60 प्रतिशत से ज्यादा मामले अकेले तबलीगी जमात से जुड़े लोगों के हैं. अबतक तबलीगी जमात के 500 से ज्यादा लोगों को कोरोना संक्रमण की पुष्टि की जा चुकी है. यह आंकड़ा अभी और भी ज्यादा हो सकता है क्योंकि बहुत से लोगों की जांच नमूनों की ​रिपोर्ट आना बाकी है.