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Hinglaj Mandir: वैष्णोदेवी से भी ज्यादा प्रसिद्ध है पाकिस्तान का ये मंदिर, 51 शक्ति पीठों में से है एक

Hinglaj Mandir: पाकिस्तान में स्थित हिंगलाज माता मंदिर हिंदूओं के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक है, यहां हर साल हजारों श्रद्धालु दर्शन करने आते है. आइए जानें क्या है इस मंदिर की खासियत और इतिहास

Updated on: 26 Feb 2024, 04:34 PM

नई दिल्ली:

Hinglaj Mandir: हिंगलाज माता मंदिर पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के लासबेला जिले में हिंगोल नदी के तट पर स्थित एक हिंदू मंदिर है. यह 51 शक्तिपीठों में से एक है, जो देवी सती के ब्रह्मरंध्र (सिर) गिरने का स्थान माना जाता है, यही कारण है कि यहां सिर्फ माता का सिर मूर्ति के रूप में देखा जाता है. मंदिर समुद्र तल से लगभग 2,300 मीटर (7,500 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है. हिंगलाज माता मंदिर हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है. हर साल, हजारों हिंदू तीर्थयात्री देवी के दर्शन के लिए मंदिर जाते हैं. मंदिर तक पहुंचना मुश्किल है, और तीर्थयात्रियों को आमतौर पर मंदिर तक पहुंचने के लिए कई घंटों तक पैदल चलना पड़ता है. मंदिर परिसर में कई मंदिर हैं, जिनमें मुख्य मंदिर देवी हिंगलाज को समर्पित है. मंदिर में देवी की एक प्राचीन मूर्ति है. मंदिर परिसर में एक पवित्र कुंड भी है, जिसमें तीर्थयात्री स्नान करते हैं. हिंगलाज माता मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है. यह हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है, और यह बलूचिस्तान की समृद्ध संस्कृति और इतिहास का प्रतीक भी है. इस मंदिर को UNESCO हेरिटेज के लिस्ट में शामिल इस मंदिर को पिछले साल तोड़ने की खबर आई थी. 

हिंगलाज माता मंदिर की 10 विशेषताएं

1) यह 51 शक्तिपीठों में से एक है, जो देवी सती के ब्रह्मरंध्र (सिर) गिरने का स्थान माना जाता है.

2) यह मंदिर समुद्र तल से लगभग 2,300 मीटर (7,500 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है.

3) हिंगलाज माता मंदिर हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है.

4) हर साल, हजारों हिंदू तीर्थयात्री देवी के दर्शन के लिए मंदिर जाते हैं.

5) मंदिर तक पहुंचना मुश्किल है, और तीर्थयात्रियों को आमतौर पर मंदिर तक पहुंचने के लिए कई घंटों तक पैदल चलना पड़ता है.

6) मंदिर परिसर में कई मंदिर हैं, जिनमें मुख्य मंदिर देवी हिंगलाज को समर्पित है.

7) मंदिर में देवी की एक प्राचीन मूर्ति है.

8) मंदिर परिसर में एक पवित्र कुंड भी है, जिसमें तीर्थयात्री स्नान करते हैं.

9) हिंगलाज माता मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है.

10) यह हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है, और यह बलूचिस्तान की समृद्ध संस्कृति और इतिहास का प्रतीक भी है.

मंदिर के चारों ओर एक प्राकृतिक गुफा है, जिसमें देवी हिंगलाज का निवास माना जाता है. मंदिर परिसर में कई छोटे मंदिर भी हैं, जो अन्य देवी-देवताओं को समर्पित हैं. मंदिर के पास एक प्राचीन बौद्ध स्तूप भी है. हिंगलाज माता मंदिर एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल भी है. हिंगलाज माता मंदिर एक सुंदर और पवित्र स्थान है. यह हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है, और यह बलूचिस्तान की समृद्ध संस्कृति और इतिहास का प्रतीक भी है.