कब करें बच्चे का नामकरण संस्कार और मुण्डन संस्कार, जानें शुभ मुहूर्त
बच्चे का नाम रखना हर माता-पिता के लिए बेहद खास अनुभव होता है और उसके बाद जब बच्चे का मुंडन करवाने का समय आता तो ये भी किसी शुभ मुहूर्त में ही होना चाहिए. लेकिन कैसे जानें शुभ मुहूर्त और तिथि आइए जानते हैं.
नई दिल्ली:
क्या आप जानते हैं कि भारत में एक दिन में लगभग 68,500 बच्चे जन्म लेते हैं. जन्म लेते ही सबसे पहले उनके माता-पिता उनका नाम रखने के बारे में सोचते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बच्चे के नामकरण संस्कार और मुण्डन से लेकर विद्या आरंभ संस्कार तक सारे शुभ मुहूर्त निकालने के लिए आपको किसी पंडित के पास जाने की जरुरत नहीं है. आप बस इन बातों को ठीक से समझ लें फिर आप आसानी से अपने नन्हे का कोई भी शुभ कार्य संस्कार करने से पहले उसका शुभ मुहूर्त खुद ही निकाल लेंगे. ये तो सब जानते हैं कि मुहूर्त निकालने के लिए पंचांग देखा जाता है. आजकल कलेंडर से लेकर इंटरनेट तक सारा पंचांग ऑनलाइन आप आसानी से देख सकते हैं. लेकिन अब सवाल ये उठता है कि पंचांग में देखना क्या है, तो हम आपकी समस्या का हल बता देते हैं.
वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण की गणना के आधार पर पंचांग के पांच अंग होते हैं. एक दिन में 30 मुहूर्त होते हैं और ये तो सब जानते हैं कि 27 नक्षत्र होते हैं तो बस इनमें से कौन सा समय आपके किस कार्य को लिए होता है ये आपको बताते हैं.
नामकरण संस्कार का शुभ मुहूर्त
सबसे पहले तो आप ये बात ध्यान से जान लें कि संक्रांति के दिन और भद्रा में कभी भी बच्चे का नामकरण नहीं करना चाहिए. इसके अलावा बच्चे के जन्म से 11वें या 12वें दिन जब भी सोमवार, बुधवार या शुक्रवार का दिन हो और तारीख 1, 2, 3, 5, 7, 10, 11, 12, 13 आ रही हो तो ये दिन नामकरण संस्कार के लिए शुभ होता है. अब इस दिन को चुनने के बाद आप उस दिन में ये देखें कि अश्विनी, रोहिणी, मृगशिरा, हस्त, चित्रा, अनुराधा, तीनों उत्तरा, अभिजित, पुष्य, स्वाति, पुनर्वसु, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा में से कोई भी ऐसा नक्षत्र जिसमें चंद्रमा हो वो बच्चे के नामकरण संस्कार के लिए सबसे उत्तम माना जाता है.
मुण्डन संस्कार का शुभ मुहूर्त
चैत्र में बच्चे का मुण्डन नहीं करवाना चाहिए. बच्चे के जन्म से तीसरे या सतवें महीने में मुंडन करवाना शुभ माना जाता है. उत्तरायण सूर्य में किसी भी सोमवार, बुधवार, बृहस्पतिवार अथवा शुक्रवार का दिन शुभ होता है. 2, 3, 5, 7, 10, 11, 13 तारीख में आप ज्येष्ठा, मृगशिरा, चित्रा, स्वाति, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, पुनर्वसु, अश्विनी, अभिजित व पुष्य नक्षत्रों में आप बच्चे का मुंडन करवा सकते हैं.
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अगर आपको ये लग रहा है किस समय कौन सा नक्षत्र है ये हमें कैसे पता चलेगा तो आपको बता दें कि इंटरनेट पर बेहद आसानी से आप इसे पढ़ सकते हैं. वैसे ज्योतिष्शास्त्र में हर चीज़ के बारे में विस्तार से बताया गया है. आप चाहें तो पंडित से भी पूछ सकते हैं लेकिन समय के अभाव में ये विकल्प आपके लिए बेहद सही रहेगा.
ये जानकारी ज्योतिष्शास्त्र के आधार पर दी गयी है न्यूज़ नेशन इसकी पुष्टि नहीं करता.
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