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यहां मसालों की जगह मिट्टी और रेत का होता है इस्तेमाल, वजह जानकर रह जाएंगे दंग

Hormuz Island: मिट्टी खाने से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं लेकिन आज हम आपको एक ऐसे स्थान के बारे में बताने जा रहे हैं जहां लोग मसालों की जगह मिट्टी का इस्तेमाल करते हैं. बावजूद इसके उन्हें कोई नुकसान नहीं होता. ये स्थान ईरान में स्थित है.

Updated on: 30 Sep 2023, 01:23 PM

New Delhi:

Hormuz Island: दुनिया भर में लोग खाने में मसालों को इस्तेमाल करते हैं, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे आइलैंड के बारे में बताने जा रहे हैं. जहां लोग मसालों की जगह रेत और मिट्टी का इस्तेमाल करते हैं. इस आइलैंड का नाम है होरमूज आइलैंड जो ईरान में मौजूद है. इस खूबसूरत आइलैंड को लोग रेनबो आइलैंड के नाम से भी जानते हैं. क्योंकि यहां पर रंग बिरंगे पहाड़ मौजूद है. यहां के पहाड़ों का रंग बहुत ही अलग है. इस द्वीप पर रहने वाले लोग मसालों की जगह यहां की मिट्टी का इस्तेमाल करते हैं.

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इस द्वीप पर इंसानों के होने का पहला प्रमाण द्वीप के पूर्वी तटरेखाओं पर खोजी गए कई पत्थर की कलाकृतियों से मिलता है. जहां चांद-डेरख्त नाम की एक जगह पर एक पत्थर का बिखराव मिला. इस द्वीप को प्राचीन काल में यूनान के लोग ऑर्गेना के नाम से जानते थे. वहीं इस्लाम काल में लोग इसे जारून के नाम से जाना करते थे.

मिट्टी और रेत से क्यों बनाता है खाना

यहां के लोग खाने में मिट्टी या रेत क्यों डालते हैं ये आप जरूर जानना चाहते होंगे. तो चलिए आपको बताते हैं. इस मिट्टी को खाने से कोई नुकसान नहीं होता. दरअसल, इरान के होर्मुज आइलैंड की मिट्टी में भारी मात्रा में नमक, आयरन और अन्य पोषक तत्व का मिश्रण पाया जाता है. जिसका सेवन करने से लोग स्वास्थ रहते हैं. इसीलिए यहां के लोग मिट्टी और रेत से खाना बनाते हैं. हालांकि, खाने से पहले इस मिट्टी को पहले अच्छी तरह से साफ किया जाता है. इस मिट्टी में रंगीन रेत पाया जाता है. इसीलिए ये आइलैंड बेहद खूबसूरत दिखाई देता है.

कैसे बनती है यहां की सबसे मशहूर डिश

बता दें कि इस आइलेंड की सबसे मशहूर डिश सुराघ है. जो भी यहां आता है सुराघ का स्वाद लेना नहीं भूलता. इस डिश को मछली से तैयार किया जाता है. इस डिश को तैयार करने से पहले मछली को अच्छे से साफ किया जाता है और संतरे के छिलकों से मैरिनेट किया जाता है उसके बाद इसे रेत और मिट्टी से बनाए गए खास मसालों से लेप किया जाता है उसके बाद उसे दो दिन के लिए धूम में रखा जाता है, तब जाकर यह डिश तैयार होती है. यदि आप यहां जाने की सोच रहे हैं तो इस डिश का स्वाद लेना बिल्कुल भी न भूलें.

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