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पाकिस्तान से 13 भारतीय राजनियक लौटे वतन, जानें क्यों छोड़ा PAK

13 भारतीय राजनयिक अधिकारी और कर्मचारी अपने परिवार के साथ वतन वापस लौट आए हैं. पाकिस्तान से वो शनिवार को वापस लौट आए.

Updated on: 10 Aug 2019, 07:36 PM

highlights

  • पाकिस्तान से 13 राजनयिक वापस भारत लौटे
  • धारा 370 हटाने के बाद पाकिस्तान ने उन्हें जाने को कहा था
  • जम्मू-कश्मीर से भारत ने धारा 370 खत्म किया, जिसके बाद से पाकिस्तान बखौलाया हुआ है

नई दिल्ली:

पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से भारत के खिलाफ लगातार आग उगल रहा है. व्यापारिक संबंध तोड़ने के साथ वो यातायात को भी बंद कर रहा है. इसके साथ ही उसने भारत के साथ राजनयिक संबंधों में कमी लाने का ऐलान किया है. जिसके बाद 13 भारतीय राजनयिक अधिकारी और कर्मचारी अपने परिवार के साथ वतन वापस लौट आए हैं. पाकिस्तान से वो शनिवार को वापस लौट आए.

इससे पहले पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया को भी वापस भारत लौट जाने को कह दिया गया था. 7 अगस्त को विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी ने कहा था कि हमारे राजदूत अब दिल्ली में नहीं रहेंगे और उनके राजदूत को भी हम वापस भेजेंगे.

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बता दें कि भारत-पाकिस्तान के द्विपक्षीय समझौते के तहत मिशन की कुल क्षमता 110 है, जिसमें ऑफिसर्स और स्टाफ शामिल है. यह पारस्परिकता के आधार पर है. जो राजनयिक स्वदेश लौटे हैं वो अस्थायी या फिर स्थायी तौर पर पाकिस्तान छोड़ा है इसके बारे में अभी कुछ भी साफ नहीं है.

इसके साथ ही पाकिस्तान ने भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापारिक संबंधों को खत्म करने और सभी द्विपक्षीय व्यवस्था की समीक्षा करने की बात कही है. वहीं पाकिस्तान ने समझौता एक्सप्रेस, थार एक्सप्रेस को बंद कर दिया है. पाकिस्तान से भारत चलने वाली बसों को भी उसने बंद करने का ऐलान किया है. हालांकि एयररूट अभी दोनों देशों के बीच चालू है.