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Parliament Winter Session: सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, कांग्रेस ने रखी ये मांग

Govt holds all party meeting ahead of Winter Session of Parliament: संसद के शीतकालीन सत्र से पहले सरकार ने नई दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाई. इस बैठक में संसद के शीतकालीन सत्र में होने वाले कामकाज को लेकर जानकारी दी गई. बैठक के दौरान...

Updated on: 06 Dec 2022, 03:05 PM

highlights

  • संसद के शीतकालीन सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक
  • 47 में से 31 दलों के बैठक में लिया हिस्सा
  • कांग्रेस ने कहा-सरकार ने सत्र के लिए कम रखा समय

नई दिल्ली:

Govt holds all party meeting ahead of Winter Session of Parliament: संसद के शीतकालीन सत्र से पहले सरकार ने नई दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाई. इस बैठक में संसद के शीतकालीन सत्र में होने वाले कामकाज को लेकर जानकारी दी गई. बैठक के दौरान बताया गया कि संसद में काफी महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होनी है, जिसमें विपक्ष के लोगों को भी ध्यान देकर चर्चा करनी होगी. ये बैठक संसद भवन परिसर में ही चली. बैठक में सरकार की तरफ से केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी मौजूद रहे. 

ये बड़े नेता बैठक में रहे मौजूद

सर्वदलीय बैठक में सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अर्जुन राम मेघवाल, वी. मुरलीधरन भी बैठक में शामिल हुए तो कांग्रेस से अधीर रंजन चौधरी, तृणमूल कांग्रेस से सुदीप बंधोपाध्याय और डेरेक ओ ब्रायन, आम आदमी पार्टी से संजय सिंह, जनता दल यूनाइटेड से रामनाथ ठाकुर, बीजू जनता दल से पिनाकी मिश्रा, अकाली दल से हरसिमरत कौर बादल और नेशनल कांफ्रेंस से फारूक अब्दुल्ला भी मौजूद रहे. इस बैठक में 47 राजनीतिक पार्टियां जिनका संसद में प्रतिनिधित्व है, उनमें से 31 पार्टियां शामिल हुई. इस बैठक में विपक्षी दलों की तरफ से भी अपने-अपने एजेंडे को सरकार के सामने रखा गया. 

कांग्रेस नेता अधीर रंजन बोले, ईसाइयों के त्यौहार के बारे में भी सोचे सरकार

सर्वदलीय बैठक और संसद के शीत सत्र से पहले कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमने सरकार को कहा है कि जैसे हिंदू, मुस्लिम के त्योहार होते हैं वैसे ईसाई लोगों का भी त्योहार होता है. यह बात ईसाई लोगों के त्योहार के समय ध्यान रखनी जरूरी है. उनकी जनसंख्या कम है लेकिन यह बात हमें सोचनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हम सत्र को छोटा, बंद कर त्योहर मनाने के लिए नहीं कह रहे बल्कि सरकार को इसके बारे में सोचने के लिए कह रहे. सरकार 24-25 विषयों पर चर्चा कराना चाहती है जिसके लिए समय नहीं, क्योंकि यह सत्र 17 दिन का है. 

सरकार हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार

वहीं, केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि हम हर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं, विपक्ष की ओर से कुछ सुझाव आए हैं. उन सुझावों पर स्पीकर और चेयरमैन की अनुमति के बाद चर्चा होगी. 47 पार्टियों में से 31 पार्टियों ने इस बैठक में हिस्सा लिया.