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UP: बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे तैयार, पीएम मोदी करेंगे देश को समर्पित; 7 जिलों की बदलेगी किस्मत

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने इसकी जानकारी देते हुए ट्विटर पर लिखा, 'आदरणीय PM #NarendraModi जी के कर-कमलों से आज प्रदेश के चहुंमुखी विकास में अभूतपूर्व भूमिका निभाने जा रहे 'बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे' का उद्घाटन होगा.

Updated on: 16 Jul 2022, 06:43 AM

highlights

  • बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण आज
  • प्रधानमंत्री जालौन में करेंगे लोकार्पण
  • सीएम योगी आदित्यनाथ भी रहेंगे मंच पर मौजूद

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बुंदेलखंड को बड़ा तोहफा देने जा रहें हैं. पीएम जालौन में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand Expressway) को देश के विकास के नाम समर्पित कर देंगे. ये योगी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक परियोजना है. जो पहले से तय कम समय में, कम लागत में बना है. प्रधानमंत्री के साथ उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ रहेंगे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने इसकी जानकारी देते हुए ट्विटर पर लिखा, 'आदरणीय PM #NarendraModi जी के कर-कमलों से आज प्रदेश के चहुंमुखी विकास में अभूतपूर्व भूमिका निभाने जा रहे 'बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे' का उद्घाटन होगा. यह एक्सप्रेस-वे 'नए भारत के नए उत्तर प्रदेश' में समृद्ध बुंदेलखंड के सामाजिक एवं आर्थिक विकास की ऐतिहासिक गति का कारक बनेगा.' 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand Expressway) को 'नए उ.प्र. के नए बुंदेलखंड' का प्रगति द्वार कहा है. उन्होंने लिखा, यह एक्सप्रेस-वे नए भारत के नए यूपी में समृद्ध बुंदेलखंड की तरक्की को मिलने वाली गति का कारक बनेगा.

खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी इस प्रोजेक्ट पर नजर रही. उन्होंने एक दिन पहले ही सूचना साझा करते हुए लिखा था कि वो 16 जुलाई को बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को राष्ट्र को समर्पित करेंगे.

ये है बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की खासियत

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand Expressway) 296 किलोमीटर लंबा है, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण में 4 ओवर ब्रिज, 14 लंबे पुल, 6 टोल प्लाजा, 7 रैंप प्लाजा, 266 छोटे पुल, 18 फ्लाईओवर बनाये गए हैं. बुदेलखंड एक्सप्रेस वे पर प्रवेश और निकासी के अलावा 11 स्थानों  पर इंटरचेंज की सुविधा दी गई हैं. बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के किनारे इंडस्ट्रियल एरिया को विकसित किया जा रहा हैं. इसके लिए कुछ जगहों को चिन्हित किया गया है. एक्सप्रेस वे से डिफेंस कॉरिडोर जैसी बड़ी परियोजना को फायदा होगा. इस क्षेत्र के झांसी और चित्रकूट में रक्षा उत्पादन इकाइयों की स्थापना के लिए जमीन सरकार ने तैयार की है. बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर सुरक्षा का भी पूरा ख़्याल रखा गया है. एक्सप्रेस वे पर प्रवेश और निकासी के साथ 11 जगहों पर इंटरचेंज सुविधा दी गई है. ट्रैफिक सुरक्षा के लिए एडवांस ट्रैफिक सुरक्षा सिस्टम का काम एक्सप्रेस वे पर करवाया गया है.

प्रोजेक्ट निर्माण के दौरान बचे 1132 करोड़ रुपये

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जालौन के गांव कैथेरी में एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण करने पहुंच रहे हैं. ये एक्सप्रेस-वे पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है. बड़ी बात ये है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का शिलान्यास पीएम मोदी ने 20 फरवरी 2020 को किया था. तब इसके निर्माण का लक्ष्य 36 महीने का था. कोरोना महामारी के बावजूद ये एक्सप्रेसवे मात्र 28 महीने में बनकर तैयार है. एक खासियत ये भी है कि इस एक्सप्रेसवे परियोजना में अनुमानित लागत से 12.72 फीसदी कम ख़र्च हुआ है. यानी कम समय और कम ख़र्च में ये एक्सप्रेसवे बनाया गया है. इससे यूपीडा को लगभग 1132 करोड़ रुपये का फ़ायदा भी हुआ है.