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अखिलेश का दावा, सैमसंग मोबाइल यूनिट को हमने 2016 में ही दी थी मंजूरी

अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्र और यूपी की सरकारें दूसरे के किए काम का श्रेय लेने में आगे रहती हैं। दोनों सिर्फ फीता काटने वाली सरकारें हैं।

Updated on: 09 Jul 2018, 09:57 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में सैमसंग मोबाइल यूनिट के उद्घाटन से पहले सियासत शुरू हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्र और यूपी की सरकारें दूसरे के किए काम का श्रेय लेने में आगे रहती हैं। दोनों सिर्फ फीता काटने वाली सरकारें हैं।

समाजवादी पार्टी के प्रमुख ने कहा कि सैमसंग मोबाइल यूनिट को सपा सरकार ने 2016 में ही मंजूरी दे दी थी। उन्होंने योगी सरकार को 'कैंची वाली सरकार' बताया और कहा कि 'यह सरकार हमारी सरकार के कामों के उद्घाटन के फीते काट रही है।'

अखिलेश ने अपने आधिकारिक ट्विटर एकाउंट पर एक ट्वीट करते हुए कहा है कि 'प्रदेश में दुनिया का जो सबसे बड़ा मोबाइल फोन उत्पादक प्लांट शुरू हो रहा है उसकी शुरुआत हमारी तरक्की की सोच ने 2016 में ही सैमसंग कंपनी को अनुमति देकर की थी। ये कैंची वाली सरकार या तो कैंची से सामाजिक सौहार्द के धागे काट रही है या हमारे कामों के उद्घाटन के फीते।'

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन ने सोमवार को नोएडा सेक्टर-81 स्थित सैमसंग इंडिया की पूरी दुनिया में सबसे बड़ी यूनिट का उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम मोदी ने वहां एक जनसभा को संबोधित भी किया।

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नोएडा के सेक्टर 81 में स्थित सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स की 35 एकड़ में फैली इस फैक्ट्री का उद्घाटन करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन मेट्रो से नोएडा पहुंचे थे।

फैक्ट्री के शुभारंभ के बाद पीएम मोदी ने सैमसंग कंपनी के जरिए भारत के विकास और दक्षिण कोरिया से संबंधों की मजबूती पर बोलते हुए कहा कि सैमसंग के इस कदम से मेक इन इंडिया मुहिम को मजबूती मिलेगी।

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