सर्दियों में जोड़ों में क्यों होता है दर्द? आइए जानते हैं राहत दिलाने वाले घरेलू उपाय
आइए आज इस आर्टिकल में आपको सर्दियों में जोड़ों में होने वाले दर्द के पीछे के कारण और उपाय के बारे में बताते हैं, जिन्हें आजमाकर आप आसानी से इस तकलीफ से छुटकारा पा सकते हैं.
नई दिल्ली:
सर्दियां अपने साथ जहां सुहाना मौसम लाती है, वहीं कई लोगों के शरीर में बदलाव होते हैं, जिनके चलते काफी परेशानी भी होती है. आपने अक्सर सर्दियों में लोगों से कहते सुना होगा कि जोड़ों में दर्द है... या ऐसा ही कुछ... तो आइए आज इस आर्टिकल में आपको सर्दियों में जोड़ों में होने वाले दर्द के पीछे के कारण और उपाय के बारे में बताते हैं, जिन्हें आजमाकर आप आसानी से इस तकलीफ से छुटकारा पा सकते हैं.
सर्दी और जुकाम : सर्दी और जुकाम के समय, शरीर की संदर्भ में जोड़ों में सूजन और दर्द हो सकता है.
आर्थराइटिस : सर्दियों में जोड़ों के दर्द का एक सामान्य कारण आर्थराइटिस हो सकता है, जिसमें जोड़ों की वृद्धि और सूजन होती है.
असंतुलित शुगर लेवल्स : शरीर में असंतुलित शुगर लेवल्स जोड़ों को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे दर्द और सूजन हो सकती है.
असमय बर्फबारी : ठंडी जलवायु में बर्फबारी के कारण जोड़ों में स्थानिक ठंडक की कमी हो सकती है, जिससे जोड़ों में दर्द हो सकता है.
गठिया (आर्थराइटिस) : गठिया जोड़ों के संदर्भ में एक सामान्य रूप है जिसमें जोड़ों की गतिविधि कम हो जाती है और यह दर्द और सूजन का कारण बन सकता है.
ठंडी हवा : ठंडी हवा में लंबे समय तक रहने से जोड़ों में दर्द हो सकता है.
मौसम : वायुमंडल के बदलते चलन से भी जोड़ों में दर्द हो सकता है. मौसम का प्रभाव सबसे पहले स्वास्थ्य पर पड़ता है.
वजन बढ़ने : ज्यादा वजन बढ़ने से जोड़ों को अतिरिक्त बोझ पहुंता है, जिससे दर्द हो सकता है.
इनके अलावा, अन्य कई कारणों से भी सर्दियों में जोड़ों में दर्द हो सकता है, आइए कुछ घरेलू उपचार भी जानते हैं जिससे आप सर्दियों में ये दर्द कम कर सकते हैं.
जोड़ों के दर्द में राहत के घरेलू उपाय
गर्म या ठंडे पदार्थों का इस्तेमाल : जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए गरम या ठंडे पदार्थों का इस्तेमाल करें. गर्मी विभिन्न प्रकार के लिए ठंडक प्रदान कर सकती है और ठंडे पदार्थों का इस्तेमाल सूजन को कम कर सकता है.
आइडियल वजन : ज्यादा वजन के साथ अतिरिक्त बोझ जोड़ों को और ज्यादा दबा सकता है, जिससे दर्द बढ़ सकता है. इसलिए, सही वजन बनाए रखना महत्वपूर्ण है.
व्यायाम करें : हल्का व्यायाम जोड़ों को सुचारु रूप से बनाए रखने में मदद कर सकता है. योगासन और दीर्घकालिक व्यायाम भी जोड़ों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं.
अच्छी नींद : अच्छी नींद के लिए सही बेड और सही स्थिति में सोना भी जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है.
अदरक और लहसुन का सेवन : अदरक और लहसुन में आंशिक रूप से एंटी-इन्फ्लैमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं.
गर्म तेल मालिश : जोड़ों को गरम तेल से मालिश करना भी दर्द को कम करने में मदद कर सकता है.
हल्दी और दूध का सेवन : हल्दी में एंटी-इन्फ्लैमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द को कम कर सकते हैं. हल्दी को दूध में मिलाकर सेवन करना फायदेमंद हो सकता है.
विटामिन और खनिज सप्लीमेंट्स : डीफिशेंसी की स्थिति में, डॉक्टर की सलाह पर विटामिन और खनिज सप्लीमेंट्स का सेवन करें. (यदि तकलीफ ज्यादा दिन तक रहे और आराम ना मिले तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें.)
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