यूपीएससी का सपना देखने वाले छात्रों से अनुभव साझा कर रहे हैं आईपीएस अधिकारी
अपनी यूपीएससी की तैयारियों से जुड़े अनुभव बताते हुए 2011 बैच के आइपीएस अधिकारी इंगित प्रताप सिंह ने छात्रों को बताया कि सेना से 3 बार चिकित्सकीय कारणों से निकाले जाने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और निरंतर मेहनत करते रहे.
highlights
- IPS अधिकारियों ने UPSC के छात्रों से बांटे अनुभव
- यूट्यूब कार्यक्रम में लगभग 10 हजार छात्र जुड़े
- ऐसे कार्यक्रमों से छात्रों में बढ़ेगा आत्मविश्वास
नई दिल्ली:
यूपीएससी का सपना देखने वाले छात्रों के साथ दिल्ली के शिक्षा निदेशक उदित प्रकाश व पुलिस उपायुक्त दक्षिण-पश्चिम जिला इंगित प्रताप सिंह ने सोमवार को अपनी यूपीएससी की तैयारी संबंधी अनुभव शेयर किए. यूपीएससी की परीक्षा देने के इच्छुक छात्रों के साथ युवा आईएएस, आईपीएस अधिकारी हर महीने संवाद कर रहे हैं. अपनी यूपीएससी की तैयारियों से जुड़े अनुभव बताते हुए 2011 बैच के आइपीएस अधिकारी इंगित प्रताप सिंह ने छात्रों को बताया कि सेना से 3 बार चिकित्सकीय कारणों से निकाले जाने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और निरंतर मेहनत करते रहे.
उपायुक्त ने कहा कि यूपीएसई की तैयारी केवल ट्रेलर है असली काम तो सर्विस में आने के बाद शुरू होता है. उपायुक्त ने कहा कि हर बार जब आप असफल होते हैं, तो आपको काम करते रहना होगा. आप हार नहीं मान सकते. यदि एक दरवाजा बंद है, तो दूसरे पर दस्तक दें. उन्होंने कहा कि तैयारी के लिए विषयों का केवल सतही ज्ञान नहीं होना चाहिए, यूपीएसई परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए गहन ज्ञान होना ज्यादा जरूरी है. इंगित प्रताप सिंह ने छात्रों को उन विषयों को चुनने पर जोर दिया, जिनमें उनकी रुचि हो.
प्रत्यक्ष संवाद के दौरान जुड़े 10 हजार छात्र
विभिन्न विद्यालयों के लगभग 75 बच्चों के साथ सोमवार को हुए प्रत्यक्ष संवाद में लगभग 10000 बच्चे यूट्यूब लाइव के माध्यम से भी जुड़े. इस संवाद में आईएएस व आईपीएस अधिकारी पढ़ाई और तैयारी से जुड़े अनुभव शेयर करते हैं. इससे विद्यार्थियों को यूपीएससी परीक्षा की समझ पैदा होती है तथा स्टडी प्लान बनाने में मदद मिलती है. आईपीएस इंगित प्रताप सिंह ने लगन, एकाग्रता, कड़ी मेहनत और अनुशासन को सफलता का मूलमंत्र बताया.
इन कार्यक्रमों से छात्रों में जागेगा आत्मविश्वासः IAS उदित प्रकाश
आईएएस उदित प्रकाश ने कहा कि इन कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों में आत्मविश्वास जगाना और उन्हें उच्च उद्देश्य को प्राप्त करवाना दिल्ली सरकार का लक्ष्य है. शिक्षा निदेशक ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से दिल्ली सरकार का प्रयास यूपीएसई की तैयारी के मिथ्यों को दूर कर बच्चों में आत्मविश्वास जगाना है. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी सर्वोदय बाल विद्यालय रॉउज एवेन्यू में इस कार्यक्रम में शामिल हुए और छात्रों से कहा कि वे पूरे जुनून के साथ अपने सपने का पालन करें. उन्होंने कहा कि केवल अंकों के लिए पढ़ाई नहीं करनी चाहिए, बल्कि सीखने के लिए पढ़ाई करनी चाहिए.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Kya Kehta Hai Islam: मृत्यु के बाद क्या होता है आत्मा के साथ, इस्लाम धर्म में छिपा है मौत के बाद का पूरा सच
-
Bahai Religion: बहाई धर्म क्या है, जानें दुनिया का सबसे नया धर्म कब और कैसे आया
-
Shani Jayanti 2024: ये 4 राशियां हैं शनिदेव को बहुत प्रिय, शनि जयंती से इन राशियों के शुरू होंगे अच्छे दिन!
-
बड़ी रोचक है Somnath Jyotirlinga की कहानी, बहुत कम ही लोग जानते होंगे ये दिलचस्प बातें