logo-image

नीतीश पर शरद यादव का निशाना, 'वोट ईमान है, वो टूटा तो लोकतंत्र बर्बाद हो जाएगा'

महागठबंधन टूटने से नाराज़ शरद यादव गुरुवार को तीन दिवसीय बिहार यात्रा पर पटना पहुंचे हैं।

Updated on: 10 Aug 2017, 11:07 PM

नई दिल्ली:

शरद यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार की जनता ने महागठबंधन को जनादेश दिया था और बीजेपी के साथ सरकार बनाकर इस जनता के जनादेश का यानी जनता का अपमान हुआ है, ये जनता के साथ धोखा है।

बिहार में नीतीश कुमार के महागठबंधन तोड़ने से नाराज चल रहे जनता दल (युनाइटेड) के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने गुरुवार को कहा कि वोट और वोटर लोकतंत्र के इंजन हैं और इन्हें तोड़ना लोकतंत्र को तबाह करना है। 

उन्होंने कहा, 'वोट ईमान है, जनता से किया हुआ वादा ईमान है वो ईमान टूटा तो लोकतंत्र बर्बाद हो जाएगा।'

आगे उन्होंने कहा, 'पूरे विपक्ष में लोगों को गठबंधन के टूटने का अफ़सोस है। एनडीए में भी बहुत लोग हैं जिनको ठीक नहीं लगा है।'

अपने तीन दिवसीय बिहार दौरे पर पटना पहुंचे शरद ने यहां कहा, "70 वर्ष के इतिहास में कभी ऐसा नहीं देखा गया कि चुनाव में दो दल आमने-सामने लड़े हों, दोनों के 'मेनिफेस्टो' बिल्कुल अलग तरह के हों और दोनों मिलकर सरकार बना लिए हों। इस घटना से लोकतंत्र के विश्वास पर संकट उत्पन्न हो गया है।"

मोदीजी, नीतीश का 'डीएनए' पहले खराब था या अब है: तेजस्वी

पटना के बाद शरद ने सारण जिले के सोनपुर और वैशाली जिले के हाजीपुर, सराय सहित कई स्थानों पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'एक सरकारी जनता दल है, जिसके मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं, एक जनता का जनता दल है, जिसके साथ बिहार की जनता है।'

नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जनता का विश्वास तोड़ा गया है। 11 करोड़ लोगों का विश्वास टूटा है। हम इस मुद्दे को लेकर सड़क पर लड़ेंगे। 

जेडीयू के नेता ने आगे कहा, 'बिहार में लोगों के विश्वास पर आघात हुआ है। इससे मुझे भी दुख पहुंचा है। जनता की राय से जो गठबंधन बना था और जनता से जो करार किया गया था, उसके साथ विश्वासघात हुआ है।'

उन्होंने कहा कि आज से तीन दिनों तक वह जनता के बीच जाएंगे और उनसे इस विषय पर बात करेंगे। 

डाकोला विवाद के बीच नेपाल के प्रधानमंत्री देउबा से मिलीं सुषमा स्वराज

यादव ने कहा कि इस दौरे की सूचना जनता दल के वरिष्ठ कुछ सहयोगियों को छोड़कर किसी को नहीं दी गई है और न ही इसे लेकर कोई तैयारी की गई है। 

शरद यादव अपने दौरे के क्रम में मुजफ्फरपुर, मधुबनी और मधेपुरा जाने वाले हैं। 

शरद यादव के बिहार दौरे और उनके बयानों से स्पष्ट है कि उन्होंने नीतीश से दूरी बना ली है और अपनी राह अलग कर ली है। नीतीश के महागठबंधन तोड़ने के कारण जेडीयू भी टूट चुका है।

शरद समर्थक गुजरात के विधायक ने राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस नेता अहमद पटेल को वोट दिया, जिससे पटेल को राकने में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह विफल हो गए।

प्रो कबड्डी लीग: पुनेरी पल्टन हारा, जयपुर पिंक पैंथर्स की पहली जीत