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ईरान और अमेरिका के बीच तनावों से UAE पर नहीं पड़ेगा कोई प्रभाव: यूएई विदेश मंत्रालय

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) इन चिंताओं को दूर करने की कोशिश कर रहा है कि उसके सहयोगी देश अमेरिका और पड़ोसी देश ईरान के बीच तनावों का उस पर प्रभाव पड़ा है, या वह इस विवाद में एक निशाना है.

Updated on: 09 Jan 2020, 01:00 AM

तेहरान:

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) इन चिंताओं को दूर करने की कोशिश कर रहा है कि उसके सहयोगी देश अमेरिका और पड़ोसी देश ईरान के बीच तनावों का उस पर प्रभाव पड़ा है, या वह इस विवाद में एक निशाना है. विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि क्षेत्र में तनाव का असर नागरिकों, बाशिंदों और आंगुतकों पर नहीं पड़ेगा. मंत्रालय ने जोर देते हुए कहा कि देश में विभिन्न क्षेत्रों में सामान्य रूप से कामकाज हो रहा है.

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वित्तीय एवं पर्यटक केंद्र दुबई ने भी बुधवार को कहा कि अमीरात को निशाना बनाने वाले सुरक्षा खतरों के बारे में अफवाह फैलाए जा रहे हैं जो कि झूठ हैं और उन्हें किसी ईरानी सरकारी सूत्र ने जारी नहीं किया है. यूएई ने तनाव घटाने की अपील की है. उसने ईरान पर अधिकतम दबाव बनाए जाने का समर्थन किया है. गौरतलब है कि पिछले हफ्ते बगदाद में ईरानी शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी के एक अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे जाने के बाद बुधवार को ईरान ने बगदाद में दो अमेरिकी सैन्य अड्डों को निशाना बना कर मिसाइलें दागी, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने खाड़ी क्षेत्र में तनाव घटाने के लिए फौरन कदम उठाए जाने की जरूरत पर जोर दिया है. बुधवार को पाकिस्तान की सेना ने कहा कि अमेरिकी रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान के थल सेना प्रमुख के साथ खाडी क्षेत्र में स्थिति पर चर्चा की.

ईरान से बढ़े विवाद और तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने बुधवार को मीडिया को संबोधित किया है. डोनाल्ड ट्रंप ने अपने आधिकारिक आवास व्हाइट हाउस (White House) से संबोधन के दौरान ईरान के मुद्दे पर अमेरिका को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि कासिम सुलेमानी को क्यों मारना जरूरी था.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमने सुलेमानी को मार कर कड़ा संदेश दिया है. उन्होंने दावा किया कि उसने कई आतंकियों को ट्रेनिंग दी थी. साथ कासिम सुलेमानी ही हमारे हजारों जवानों की मौत का जिम्मेदार था. उन्होंने आगे कहा कि सुलेमानी यूएस हवाई अड्डे पर हमला करना चाहता था. उसने गृहयुद्ध जैसे हालात बनाए थे.

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अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि कासिम सुलेमानी के हाथ अमेरिकी लोगों के खून रंगे हैं, इसलिए मेरे इशारे पर ही उसे मारा गया था. उसे बहुत पहले ही मार देना चाहिए था. उन्होंने आगे कहा कि हम कई हाईपरसोनिक मिसाइलें बना रहे हैं. हमारे पास शानदार सैन्य उपकरण हैं, हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि हमें इसका उपयोग करना होगा. हम इसका उपयोग नहीं करना चाहते हैं.

ट्रंप ने आगे कहा कि अमेरिका ईरानी शासन पर अतिरिक्त आर्थिक प्रतिबंध लगाएगा. कासिम सुलेमानी दुनिया का शीर्ष आतंकवादी था. सुलेमानी अमेरिकी ठिकानों पर नए हमलों की योजना बना रहा था, लेकिन हमने उसे रोक दिया. अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने आगे कहा सिर्फ कुछ नुकसान हुआ है. ईरान के हमले में किसी भी अमेरिकी को कुछ नहीं हुआ है. हमें पहले से इस हमले की आशंका थी और पूर्व चेतावनी के लिए बनाए गए सिस्टम ने बढ़िया काम किया.

यूएस के राष्ट्रपति ने आगे कहा कि ईरान आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले प्रमुख देशों में से एक है. ईरानी आतंकी सुलेमानी को मेरे आदेश पर मार गिराया गया था. सुलेमानी ने गृह युद्ध, आतंकी घटनाओं, इराक में अमेरिकी एंबेसी पर हमले और आतंकियों की ट्रेनिंग जैसी कई कामों को अंजाम दिया है. सुलेमानी को बहुत पहले ही मार गिराया जाना चाहिए था.