अमेरिका में CAA के खिलाफ प्रदर्शन से फीका पड़ा गणतंत्र दिवस का जश्न
सीएए के खिलाफ सबसे बड़ा प्रदर्शन शिकागो में किया गया जहां भारतीय अमेरिकी बड़ी संख्या में एकत्रित हुए और कई मील लंबी मानव श्रृंखला बनाई.
highlights
- 'कोएलिशन टू स्टॉप जिनोसाइड' ने CAA पर विरोध प्रदर्शनों का आयोजन किया.
- न्यूयॉर्क, शिकागो, ह्यूस्टन और सैन फ्रांसिस्को समेत 30 शहरों में लगे विरोधी नारे.
- कुछ स्थानों पर खालिस्तान समर्थकों ने भारत विरोधी प्रदर्शन किए.
वॉशिंगटन:
अमेरिका (United States) में रविवार को भारत के 71वें गणतंत्र दिवस (Republic Day) का जश्न नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के चलते फीका पड़ गया. अमेरिका के विभिन्न शहरों में रविवार को भारतीय अमेरिकियों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया. संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के समर्थन में भी लोग सामने आए. उनका कहना था कि 'भारत को पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यकों (Minorities) की परवाह है' और 'सीएए का भारतीय नागरिकों पर कोई प्रभाव नहीं होगा'. समर्थक हालांकि प्रदर्शनकारियों की तुलना में काफी कम थे, जिन्होंने भारत के धर्मनिरपेक्ष (Secular) ताने-बाने पर खतरा मंडराने की बात कही.
यह भी पढ़ेंः भारत की कूटनीति रंग लाई, पाकिस्तान 6 महीने और रहेगा FATF की ग्रे सूची में
कई शहरों में हुआ विरोध-प्रदर्शन
न्यूयॉर्क, शिकागो, ह्यूस्टन, अटलांटा और सैन फ्रांसिस्को के भारतीय वाणिज्य दूतावास और वॉशिंगटन में भारतीय दूतावास में प्रदर्शनकारियों ने 'भारत माता की जय' और 'हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, आपस में सब भाई-भाई' नारे लगाए. सीएए के खिलाफ सबसे बड़ा प्रदर्शन शिकागो में किया गया जहां भारतीय अमेरिकी बड़ी संख्या में एकत्रित हुए और कई मील लंबी मानव श्रृंखला बनाई. अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में 500 से अधिक भारतीय अमेरिकियों ने व्हाइट हाउस के निकट से भारतीय दूतावास के पास स्थित गांधी प्रतिमा तक मार्च निकाला.
यह भी पढ़ेंः मोदी सरकार ने एयर इंडिया (Air India) की 100 फीसदी बिक्री के लिए मंजूरी दी
'कोएलिशन टू स्टॉप जिनोसाइड' ने किया आयोजन
अमेरिका के करीब 30 शहरों में हाल में गठित संगठन 'कोएलिशन टू स्टॉप जिनोसाइड' ने विरोध प्रदर्शनों का आयोजन किया. इसमें भारतीय अमेरिकी मुस्लिम परिषद (आईएएमसी) इक्वालिटी लैब्स, ब्लैक लाइव्स मैटर (बीएलएम), ज्यूईश वॉयस फॉर पीस (जेवीपी) और मानव अधिकारों के लिए हिंदू (एचएफएचआर) जैसे कई संगठन शामिल हैं. मैगसायसाय पुरस्कार विजेता संदीप पांडे ने वॉशिंगटन डीसी में लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कहा, 'भारत सरकार द्वारा सीएए और एनआरसी के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों पर बर्बर कार्रवाई करने के कारण ऐसे हालत बने कि सरकार के विभाजनकारी-सांप्रदायिक तथा फासीवादी एजेंडे को चुनौती देने के लिए महिलाओं को बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरना पड़ा'.
यह भी पढ़ेंः परेश रावल का Tweet हुआ वायरल, कहा- आपका बाप हिंदुस्तान...
खालिस्तान समर्थक नारे भी लगे
इस बीच कुछ स्थानों पर खालिस्तान समर्थकों ने भारत विरोधी प्रदर्शन किए. वहीं प्रदर्शनकारियों की बात काटते हुए कई स्थानों पर भारतीय अमेरिकियों ने मोदी सरकार के इस साहसी कदम के लिए उनकी सराहना भी की. वहीं प्रदर्शनकारियों की बात काटते हुए कई स्थानों पर भारतीय अमेरिकियों ने मोदी सरकार के इस साहसी कदम के लिए उनकी सराहना भी की.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Kajol Workout Routine: 49 की उर्म में ऐसे इतनी फिट रहती हैं काजोल, शेयर किया अपना जिम रुटीन
-
Viral Photos: निसा देवगन के साथ पार्टी करते दिखे अक्षय कुमार के बेटे आरव, साथ तस्वीरें हुईं वायरल
-
Moushumi Chatterjee Birthday: आखिर क्यों करियर से पहले मौसमी चटर्जी ने लिया शादी करने का फैसला? 15 साल की उम्र में बनी बालिका वधु
धर्म-कर्म
-
Vikat Sanakashti Chaturthi 2024: विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत कब? बस इस मूहूर्त में करें गणेश जी की पूजा, जानें डेट
-
Shukra Gochar 2024: शुक्र ने किया मेष राशि में गोचर, यहां जानें किस राशि वालों पर पड़ेगा क्या प्रभाव
-
Buddha Purnima 2024: कब है बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख मास में कैसे मनाया जाएगा ये उत्सव
-
Shani Shash Rajyog 2024: 30 साल बाद आज शनि बना रहे हैं शश राजयोग, इन 3 राशियों की खुलेगी लॉटरी