logo-image

इस बार संयुक्‍त राष्‍ट्र में साइबर आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाएगा भारत : अकबरुद्दीन

इससे पहले वे G-20 और G-7 में भी मिल चुके हैं. अब ह्यूस्टन में दोनों मिलेंगे और फिर दोनों न्यूयॉर्क में मिलेंगे. इससे आप समझ सकते हैं कि दोनों देशों के बीच संबंध कितनी ऊंचाई पर हैं.

Updated on: 21 Sep 2019, 10:38 AM

highlights

  • एक साल में चौथी बार होगी पीएम मोदी और ट्रंप की मुलाकात
  • इससे पहले G-7 और G-20 में हो चुकी है मुलाकात
  • दोनों देशों के संबंध इस समय सर्वाधिक ऊंचाई पर 

नई दिल्‍ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्‍त राष्‍ट्र की जनरल एसेंबली को संबोधित करने के लिए अमेरिका रवाना हो गए हैं. इस दौरान उनकी अमेरिका के राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप से भी मुलाकात होनी है. संयुक्‍त राष्‍ट्र में भारत के स्‍थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने बताया, ये शायद चौथी बार है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप की इस साल मुलाकात होने जा रही है. इससे पहले वे G-20 और G-7 में भी मिल चुके हैं. अब ह्यूस्टन में दोनों मिलेंगे और फिर दोनों न्यूयॉर्क में मिलेंगे. इससे आप समझ सकते हैं कि दोनों देशों के बीच संबंध कितनी ऊंचाई पर हैं. हम सब उत्साहित हैं कि ह्यूस्टन में इतना बड़ा इवेंट होने जा रहा है. ये दोनों देशों के बीच के मजबूत संबंधों को बताता है. इवेंट में लोगों से रूबरू होना हम सबको जोड़ने में मदद करता है.

यह भी पढ़ें : वाह कपिल वाह! 100 गोल्‍फरों को पीछे छोड़कर जीता बड़ा खिताब

सैयद अकबरुद्दीन ने कहा, भारत की विदेश नीति हमेशा आतंकवाद के खिलाफ रही है. यह हमारे लोगों को प्रभावित करता है और इसके पीछे पड़ोसी देश का हाथ है. उन्‍होंने कहा, इस साल आतंकवाद को लेकर द्विपक्षीय संबंधों में दो महत्‍वपूर्ण डेवलपमेंट हुए हैं. पहली बार संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद ने पुलवामा हमले को लेकर भारत में आतंकवाद की कड़ी निंदा की है.

अकबरुद्दीन ने यह भी कहा कि भारत के वर्षों के प्रयास के बाद संयुक्‍त राष्‍ट्र ने मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाया है. उन्‍होंने कहा, संयुक्‍त राष्‍ट्र में पीएम नरेंद्र मोदी का फोकस साइबर स्‍पेस में आतंकवाद को काउंटर करना होगा. यह पूरे विश्‍व समुदाय के लिए उभरता हुआ खतरा है. हम आतंकवाद के खिलाफ हर फोरम पर विरोध जताएंगे.

यह भी पढ़ें : कांग्रेस ने Supriya Shrinate को All India Congress Committee का प्रवक्ता नियुक्त किया

संयुक्‍त राष्‍ट्र की जनरल एसेंबली में कश्‍मीर का मुद्दा उठाने के पाकिस्‍तान के पीएम इमरान खान के बयान पर अकबरुद्दीन बोले, मैंने जनरल एसेंबली में ढेरों नाटक भरे अंदाज देखे हैं. बहुत से लोग अपने 30 मिनट का उपयोग इस लिहाज से करते हैं कि लोग उन्‍हें लंबे समय तक याद रखें. उन्‍होंने कहा, जो देश वैश्विक मानदंडों का पालन नहीं करता है तो यह उसका अपना मत है.