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किम जोंग ने बढ़ाई दुनिया की बेचैनी, उत्तर कोरिया ने किया रहस्यमयी मिसाइल का परीक्षण

उत्तर कोरिया (North korea) द्वारा किए जा रहे इन परीक्षणों को धीमी परमाणु वार्ता और संयुक्त सैन्य अभ्यासों को लेकर अमेरिका तथा दक्षिण कोरिया (South Korea) पर दबाव बनाने के तौर पर देखा जा रहा है.

Updated on: 17 Aug 2019, 02:26 PM

नई दिल्ली:

दक्षिण कोरिया (South Korea) से किसी भी तरह की शांति वार्ता को रद्द करने के बाद उत्तर कोरिया (North korea) ने अपने मिसाइलों के परीक्षणों को लगातार जारी रखा है और इसी लड़ी में दक्षिण कोरिया (South Korea) ने दुनिया के सभी बड़े देशों को डरा देने वाला हथियार विकसित कर लिया है. उत्तर कोरियाई मीडिया ने इस बात का दावा करते हुए शनिवार को इस बात की पुष्टि की है कि किम जोंग-उन के मार्गदर्शन में उत्तर कोरिया (North korea) ने शुक्रवार को एक नए रहस्यमयी हथियार का परीक्षण किया है. उत्तर कोरिया (North korea) द्वारा किए जा रहे इन परीक्षणों को धीमी परमाणु वार्ता और संयुक्त सैन्य अभ्यासों को लेकर अमेरिका तथा दक्षिण कोरिया (South Korea) पर दबाव बनाने के तौर पर देखा जा रहा है.

राज्य द्वारा संचालित कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने इसकी जानकारी दी कि शुक्रवार को लॉन्च की गई दो मिसाइलों के रूप में एक 'नए हथियार' का परीक्षण किया गया है. कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) के अनुसार, किम ने 'शुक्रवार की सुबह फिर से एक नए हथियार के परीक्षण को निर्देशित किया है.'

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केसीएन ने कहा, 'राष्ट्रीय रक्षा वैज्ञानिकों ने परीक्षण में भी एक बढ़िया परिणाम दिखाया, और इससे इस हथियार प्रणाली में आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद मिली है.'

केसीएनए ने किम के बयान का हवाला देते हुए कहा, 'यह हमारी पार्टी की रक्षा निर्माण का लक्ष्य है कि हम अदम्य सैन्य क्षमता हासिल करें ताकि कोई भी हमें भड़काने की हिम्मत न रखे.'

योनहाप न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, केसीएनए ने हथियार के नाम सहित कोई भी अन्य जानकारी उपलब्ध नहीं कराई है. इस रिपोर्ट के जारी होने से एक दिन पहले दक्षिण कोरिया (South Korea) की सेना ने कहा था कि उत्तर कोरिया (North korea) ने अपने पूर्वी तट से दो कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें(प्रोजेक्टाईल) दागी हैं. 

सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर कोरिया (North korea) द्वारा दागी गई मिसाइलें अमेरिका की 'आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम' (एटीएसीएमएस) जैसी हैं, जो कि सतह से सतह पर मार करने वाला मिसाइल सिस्टम है.

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इससे पहले जुलाई में उसने नए रॉकेट आर्टिलरी प्रणाली और दो अलग-अलग कम दूरी की मोबाइल बैलिस्टिक मिसाइल प्रणालियों का परीक्षण किया था. विशेषज्ञों का कहना है कि इससे उत्तर कोरिया (North korea) की दक्षिण कोरिया (South Korea) में हमला करने की क्षमता बढ़ेगी.

साथ ही वह वहां अमेरिका के अड्डों तक भी पहुंच जाएगा. KCNA ने हालांकि यह नहीं बताया कि शुक्रवार को जिस हथियार का परीक्षण किया गया वह किस तरह का था लेकिन कहा कि परीक्षण सफल रहा और इससे सेना का आत्मविश्वास मजबूत हुआ.

(IANS इनपुटस के साथ)