श्रीलंका में मुस्लिम डॉक्टर ने कर दी 4 हजार बौद्ध महिलाओं की नसबंदी! जांच पर भारी तनाव
श्रीलंका में बौद्ध धर्म के कट्टरपंथी अक्सर मुस्लिमों पर अपनी आबादी तेजी से बढ़ाने के आरोप लगाते आए हैं. ऐसे में मुस्लिम डॉक्टर की इस तरह चुपचाप या जबरन तरीके से महिलाओं की नसबंदी करने की खबर हिंसा फैला सकती है
highlights
- श्रीलंका में मुस्लिम डॉक्टर ने की 4000 सिंहल बौद्ध महिलाओं नसबंदी
- 'दिवाइना' अखबार के फ्रंट पेज पर छपी थी खबर
- डॉक्टर आतंकी संगठन नैशनल तौहीद जमात का सदस्य
नई दिल्ली:
श्रीलंका के एक अखबार में पिछले दिनों एक खबर छपी थी, जिसमें दावा किया गया था कि एक मुस्लिम डॉक्टर ने करीब 4 हजार सिंहल बौद्ध महिलाओं की सिजेरियन से डिलेवरी करवाने के बाद चुपचाप उनकी नसबंदी कर दी. हालांकि इस खबर की पुष्टि नहीं की जा सकी है. ये खबर श्रीलंका के 'दिवाइना' अखबार के फ्रंट पेज पर छपी थी. इस खबर में डॉक्टर की पहचान उजागर नहीं की गई लेकिन बताया जा रहा है कि वो उसी प्रतिबंधित आतंकी संगठन नैशनल तौहीद जमात का सदस्य है जिस पर ईस्टर रविवार को श्रीलंका सिलसिलेवार बम धमाके कराने का आरोप है. वहीं दिवाइना अखबार के संपादक अनुरा सोलोमन्स ने रॉयटर्स को बताया है कि उनकी रिपोर्ट पुलिस और अस्पतालों के सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर है लेकिन डॉक्टर की पहचान नहीं की जा सकी है.
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दरअसल श्रीलंका में बौद्ध धर्म के कट्टरपंथी अक्सर मुस्लिमों पर अपनी आबादी तेजी से बढ़ाने के आरोप लगाते आए हैं. ऐसे में मुस्लिम डॉक्टर की इस तरह चुपचाप या जबरन तरीके से महिलाओं की नसबंदी करने की खबर हिंसा फैला सकती है. वहीं दूसरी तरफ इस रिपोर्ट के छपने के 2 दिन बाद सेगु शिहाबदीन मोहम्मद शफी नाम के एक डॉक्टर को गरिफ्तार किया गया है. उस पर संदिग्ध तरीके से आए पैसों से संपत्ति खरीदने का आरोप है. हालांकि पुलिस इस मामले में नसबंदी वाले आरोपों की भी जांच कर रही है और इसका शिकार बनने वाली महिलाओं के बयान का भी इंतजार कर रही है. इसके अलावा पुलिस ने शफी के खिलाफ मनी लॉऩ्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज किया है.
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सामने आया एख ड्रराइवर और उनकी पत्नी का बयान
मीडिया रिपोर्टस् के मुताबिक इस मामले में शफी के वकील का कहना है कि शफी पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं क्योंकि शफी की गिरफ्तारी के बाद भी किसी गवाह को नहीं बुलाया गया है. रॉयटर्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले में एक ड्राइवर प्रदीप कुमार और उनकी पत्नी का बयान भी सामने आया है. उन्होंने बताया है कि 11 साल पहले ऑपरेशन से उनकी पत्नी की डिलवरी कराई गई लेकिन अब ये खबर सुनने के बाद उनकी चिंता बढ़ गई है क्योंकि पिछले 6 साल से वो बच्चा चाह रहे हैं लोकिन कामयाब नहीं हो पा रहे.
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