logo-image

Maldives Row: भारत को हेकड़ी दिखाना पड़ा महंगा, मालदीव में राष्ट्रपति मुइज्जू के खिलाफ ही अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी

Maldives Row: भारत को तेवर दिखाना मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को पड़ा भारी, संकट में आ गई कुर्सी

Updated on: 09 Jan 2024, 10:40 AM

highlights

  • मालदीव के साथ विवाद के बीच बढ़ सकती है राष्ट्रपति की मुश्किल
  • राष्ट्रपति मो. मुइज्जू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी
  • विपक्षी दलों ने भारतीय प्रधानमंत्री के खिलाफ टिप्पणी की निंदा की

New Delhi:

Maldives Row: भारत को हेकड़ी दिखाना मालदीव को भारी पड़ रहा है. पहले भारतीय पर्यटकों ने मालदीव को बॉयकॉट कर दिया तो अब देश में ही सियासी पारा हाई हो चुका है. दरअसल मालदीव में ही राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को हटाने की तैयारी हो रही है. इसको लेकर बकायदा मालदीवन डेमोक्रेटिक पार्टी ने अपनी कोशिशें भी शुरू कर दी है. डेमोक्रेटिक पार्टी राष्ट्रपति मुइज्जू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रही है. सबकुछ ठीक रहा है भारत को तेवर दिखाने के चक्कर में मुइज्जू अपनी कुर्सी ही गवां बैठेंगे. बता दें कि भारत से पंगा लेने की वजह से चीन भी मुइज्जू को फटकार लगा चुका है. 

भारत और मालदीव के रिश्तों में खटास के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल मालदीव की विपक्षी पार्टी ने सत्ताधारी दल और खास तौर पर राष्ट्रपति मो. मुइज्जू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. विपक्षी पार्टी का मानना है कि भारत के साथ रिश्ते बिगड़ने की सीधी वजह मो. मुइज्जू का रवैया है. 

यह भी पढ़ें - India-Maldives Row: भारत का जलवा, मालदीव के साथ विवाद पर अब चीन का बयान

अब विपक्षी दल राष्ट्रपति मुइज्जू को दोषी ठहरा रहे हैं, यही वजह है कि अब उन्हें हटाने की तैयारी हो रही है. बता दें कि मुइज्जू को हटाने के लिए सबसे पहले संसदीय अप्लसंख्यक नेता अली अजीम ने की है. उन्होंने मालदीव के अन्य नेताओं से मुइज्जू को हटाने के लिए साथ आने की अपील भी की है. 

क्या कहना है विपक्ष का
विपक्षी दल के नेता अली अजीम का कहना है कि मुइज्जू की वजह से भारत और भारतीय पर्यटक दोनों ही मालदीव से दूर हो जाएंगे.  यही नहीं उन्होंने कहा कि हमारी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी मालदीव की विदेश नीति में ठहराव बनाए रखने के लिए काम कर रही है. ऐसे वक्त में हम किसी भी पड़ोसी मुल्क को विदेश नीति से अलग नहीं कर सकते. अली अजीन ने अपनी ही पार्टी के आलाकमान से पूछा है कि क्या वे मुइज्जू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए तैयार हैं. 

भारत हर बार बढ़ाता रहा मदद का हाथ
बता दें कि मालदीव में जब भी संकट की घड़ी आई भारत ने हर वक्त अपने मदद के हाथ आगे बढ़ाए. खुद मालदीव के पूर्व उपराष्ट्रपति अहमद अदीब का भी बयान सामने आया. उन्होंने कहा कि मालदीव की मौजूदा सरकार को भारत से माफी मांगनी चाहिए. क्योंकि भारत ने हमेशा मालदीव की मदद की है. ऐसे में भारतीय नेताओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करना गलत है इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता. 

टूरिज्म पर भी सीधा असर
मालदीव राष्ट्रपति के बयान के बाद से ही भारत में इसका असर देखने को मिला है. मालदीव जाने वाले भारतीय पर्यटकों ने अपनी बुकिंग कैंसिल कराना शुरू कर दी है. इज माय ट्रिप जैसे कुछ ट्रैवल एजेंसियों ने भी मालदीव की सभी बुकिंग्स को रद्द करने के बाद आगे के लिए बुकिंग लेना बंद कर दिया है. वहीं मालदीव एसोसिएशन ऑफ टूरिज्म इंडस्ट्री ने भी राष्ट्रपति मुइज्जू के बयान की आलोचना की है. उन्होंने कहा है कि वह भारतीय प्रधानमंत्री और भारत के लोगों के खिलाफ अपने मंत्रियों की टिप्पणी की निंदा करते हैं.