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श्रीलंका के राष्ट्रपति ने इस्तीफे के लिए रखी शर्त, परिवार के लिए सुरक्षित बाहर निकलने की मांग

राजपक्षे अपना इस्तीफा भेजने से पहले अपने और अपने परिवार के लिए देश छोड़ने के लिए सुरक्षित मार्ग चाहते हैं. 

Updated on: 12 Jul 2022, 10:40 PM

कोलंबो:

Sri Lanka Crisis : सूत्रों ने कहा कि अप्रत्याशित घटनाक्रम में श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapakksha) ने संकेत दिया है कि वह तब तक इस्तीफा नहीं देंगे जब तक कि उनके परिवार को देश से सुरक्षित बाहर नहीं निकल जाता. सूत्रों के मुताबिक विपक्ष से बातचीत चल रही है, लेकिन अभी तक कोई भी दल इस सुझाव को मानने को तैयार नहीं है. तीन दिन पहले राष्ट्रपति ने स्पीकर से बात की और उन्हें बताया कि वह बुधवार को इस्तीफा दे देंगे. हालांकि, पिछले 40 घंटों में उन्होंने बुधवार को अपने संभावित इस्तीफे के बारे में कुछ नहीं बताया. राजपक्षे अपना इस्तीफा भेजने से पहले अपने और अपने परिवार के लिए देश छोड़ने के लिए सुरक्षित मार्ग चाहते हैं. 

राष्ट्रपति के भाई बेसिल राजपक्षे को हवाईअड्डे के अंतरराष्ट्रीय वीआईपी प्रस्थान पर आव्रजन विभाग और हवाई अड्डे के कर्मचारियों द्वारा रोका गया था. सिल्क रूट वीआईपी कॉरिडोर के सभी कर्मचारियों ने राजपक्षे को बाहर निकलने से रोकने के लिए सेवाएं बंद कर दी हैं. सूत्रों ने कहा कि अगर राष्ट्रपति कल इस्तीफा नहीं देते हैं, तो कोलंबो में स्थिति और खराब होने की संभावना है. श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे शनिवार को कोलंबो में अपने आधिकारिक आवास से भाग गए थे, इससे पहले कि हजारों प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़ दिए और देश की अर्थव्यवस्था को बचाने में सरकार की विफलता पर उनके इस्तीफे की मांग करते हुए परिसर में धावा बोल दिया.
 श्रीलंका के स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने ने सर्वदलीय बैठक की और श्रीलंका के पीएम रानिल विक्रमसिंघे ने अपने कैबिनेट मंत्रियों से मुलाकात की. इसके बाद रानिल विक्रमसिंघे ने शनिवार को श्रीलंका के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा की.

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भ्रष्टाचार को लेकर गुस्से में श्रीलंका के लोग

श्रीलंका (Sri Lanka) में भ्रष्टाचार (Corruption) को लेकर लोग खासे नाराज हैं. देश मे पिछले कई महीनों से अर्थव्यवस्था (Sri lankan economy) पूरी तरह चरमरा गई है. लोगों को ईंधन से लेकर जरूरी खाद्य पदार्थों के लिए जूझना पड़ रहा है. श्रीलंका के एक स्थानीय नागरिक ने बताया, इस सरकार ने सब कुछ खा लिया है. जितनी रिश्वत ले सकते थे, ले लिया. भ्रष्टाचार अब तक के उच्च स्तर पर है. मोदी सरकार (Modi Government) हमारी मदद कर रही है. हमें गैस मिले 3 महीने हो चुके हैं. अब भी पुलिसकर्मी गैस के बदले एक हजार (श्रीलंकाई रुपये) रिश्वत के तौर पर ले रहे हैं. एक सिलेंडर 5000 में बेचा जा रहा है.