logo-image

Indonesia Earthquake: इंडोनेशिया में तड़के सुबह महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके, इतनी तीव्रता से कांपी धरती

Indonesia Earthquake: इंडोनेशिया में एक बार फिर से भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 6.7 मापी गई.

Updated on: 09 Jan 2024, 06:55 AM

highlights

  • भूकंप से कांपी इंडोनेशिया की धरती
  • रिक्टर पैमाने पर 6.7 मापी गई भूकंप की तीव्रता
  • रात 2 बजकर 18 मिनट पर आया भूकंप

नई दिल्ली:

Indonesia Earthquake: इंडोनेशिया में मंगलवार (9 जनवरी) तड़के सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 6.7 मापी गई. भूकंप से अभी तक किसी भी तरह के जान या माल के नुकसान की खबर नहीं है. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक भूकंप का केंद्र जमीन के भीतर करीब 80 किमी की गहराई में था. भूकंप के ये झटके देर रात करीब 2.18 बजे (भारत के समय के मुताबिक) महसूस किए गए.

ये भी पढ़ें: ED पर जानलेवा हमले के मामले में नया मोड़, बंगाल में जगह-जगह होगा का विरोध

बता दें कि इंडोनेशिया में आए दिन भूकंप के ऐसे झटके आते रहते हैं. पिछले सप्ताह गुरुवार को भी इंडोनेशिया में भूकंप आया था. ये भूकंप बलाई पुंगुट इलाके में आया था. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता भी 6.7 मापी गई थी. ये भूकंप जमीन के भीतर 221.7 किमी की गहराई में दर्ज किया गया था. गनीमत ये रही कि इस भूकंप से भी किसी भी प्रकार के जान या माल के नुकसान की कोई खबर सामने नहीं आई थी.

इंडोनेशिया में क्यों आते हैं बार-बार भूकंप?

इंडोनेशिया में बार-बार भूकंप आने की वजह वहां की प्राकृतिक भौगोलिक संरचना है. जिसके चलते यहां की धरती बार-बार कांपती रहती है. क्योंकि ये देश प्रशांत महासागर के रिंग ऑफ फायर पर बसा हुआ है. इस वजह से यहां बार-बार भूकंप के झटके आते हैं. इसके साथ ही इंडोनेशिया प्रायद्वीप में कई ज्वालामुखी में भी मौजूद है. जो हमेशा खतरा बने रहे हैं.

ये भी पढ़ें: Weather Update Today: कड़ाके की ठंड से कांपी दिल्ली, सोमवार रहा सीजन का सबसे ठंडा दिन 

1 जनवरी को कांपी थी जापान की धरती

बता दें कि इस साल के पहले दिन यानी 1 जनवरी को ही जापान में जबरदस्त भूकंप आया था. इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.6 मापी गई थी. भूकंप के बाद जापान में सुनामी की चेतावनी जारी की गई. लेकिन गनीमत ये रही कि भूकंप के बाद सुनामी नहीं आई. जिससे बड़े स्तर पर जान और माल का नुकसान हो सकता था. लेकिन इस भूकंप की वजह से गिरी इमारतों के मलबे में दब कर 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी.