logo-image

Corona Vaccine पर माफिया की नजर, इंटरपोल ने जारी की अलर्ट

इंटरपोल ने कानून प्रवर्तन एजेंसियों को वैश्विक अलर्ट जारी किया है कि संगठित अपराध नेटवर्क शारीरिक और ऑनलाइन दोनों ही तरीके से कोविड-19 टीकों को निशाना बना सकते हैं.

Updated on: 03 Dec 2020, 03:36 PM

ल्योन (फ्रांस):

इंटरपोल ने अपने 194 सदस्य देशों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को वैश्विक अलर्ट जारी किया है कि संगठित अपराध नेटवर्क शारीरिक और ऑनलाइन दोनों ही तरीके से कोविड-19 टीकों को निशाना बना सकते हैं. बुधवार को इंटरपोल द्वारा जारी किए गए बयान में ऑरेंज नोटिस के साथ 'कोविड-19 और फ्लू के नकली रूप, उनकी चोरी और अवैध विज्ञापन' के संबंध में संभावित आपराधिक गतिविधि की बात कही गई है. इंटरपोल ने विश्व की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को आगाह किया है कि संगठित अपराध के गिरोह कोविड-19 के नकली टीके का प्रचार कर सकते हैं और उन्हें सीधे आमने-सामने या इंटरनेट के माध्यम से बेच सकते हैं.

आपूर्ति श्रंखला सुरक्षित हो
इसमें उन अपराधों के उदाहरण भी शामिल किए गए हैं जहां लोगों ने नकली टीकों का विज्ञापन, बिक्री और अवैध प्रशासकीय काम किए हैं. उन्होंने कहा, 'कोविड-19 के कई टीके एप्रूव होने और दुनिया भर में वितरण के करीब हैं. ऐसे में इनकी आपूर्ति श्रृंखलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना और नकली उत्पादों को बेचने वाली अवैध वेबसाइटों की पहचान करना जरूरी होगा.'

यह भी पढ़ेंः जनवरी तक भारत में भी आ जाएगी कोरोना वैक्सीन, अंतिम चरण में ट्रायल

अपराधी संगठन सप्लाई चेन में घुसपैठ की फिराक में
इंटरपोल ने कहा, 'कानून प्रवर्तन और स्वास्थ्य नियामक निकायों के बीच समन्वय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और समुदायों की भलाई के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.' इंटरपोल के महासचिव जर्गेन स्टॉक ने कहा, 'जैसा कि सरकारें वैक्सीन को लाने और उनके उपयोग की तैयारी कर रही हैं, वहीं आपराधिक संगठन इन वैक्सीन की सप्लाई चेन में घुसपैठ करने की योजना बना रहे हैं. आपराधिक नेटवर्क फर्जी वेबसाइटों के जरिए भी जनता को निशाना बना रहे होंगे. इससे लोगों के स्वास्थ्य और उनके जीवन को गंभीर खतरा पैदा हो सकता है.'

कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सर्तक रहने की जरूरत
महासचिव ने आगे कहा, 'यह जरूरी है कि जितना संभव हो सके कानून प्रवर्तन एजेंसियां तैयार हो जाएं, ताकि कोविड-19 वैक्सीन से जुड़े सभी प्रकार की आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके' इसीलिए इंटरपोल ने यह वैश्विक चेतावनी जारी की है.' कोविड से संबंधित धोखाधड़ी को बढ़ते देख इंटरपोल ने जनता को सलाह दी है कि वे चिकित्सा उपकरणों या दवाओं की खोज के लिए ऑनलाइन सर्च करते समय विशेष ध्यान रखें.

यह भी पढ़ेंः  अब कोविड वैक्सीन पर पीएम मोदी को राहुल गांधी ने घेरा

1700 वेबसाइटों को खतरा
इंटरपोल की साइबर क्राइम यूनिट द्वारा किए गए एक विश्लेषण से पता चला है कि ऑनलाइन फार्मेसी से जुड़ी 3,000 वेबसाइटों में से 1,700 को साइबर खतरा है. ऑनलाइन घोटालों से बचने के लिए, सतर्क रहना महत्वपूर्ण. लिहाजा लोग कोविड-19 के संबंध में नई स्वास्थ्य सलाह के लिए हमेशा अपने राष्ट्रीय स्वास्थ्य अधिकारियों या विश्व स्वास्थ्य संगठन की वेबसाइट देखें.

नकली टीके भी आ सकते हैं बाजार में
भारत में सीबीआई, इंटरपोल के साथ समन्वय कर काम करती है. यह चेतावनी ऐसे समय आई है जब ब्रिटेन, पश्चिमी देशों में पहला देश बन गया है जिसने कोविड-19 के एक टीके को मंजूरी दी है. इंटरपोल ने पुलिस संगठनों से आपूर्ति श्रृंखला सुरक्षित करने को कहा है. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय संगठन ने नकली उत्पाद बेचने वालीं अवैध वेबसाइट की पहचान करने को भी कहा है.