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मालदीव के बाद अब बंग्लादेश में भी इंडिया आउट कैंपेन, पीएम शेख हसीना विपक्ष पर भड़कीं

विपक्षी दलों के नेताओं और समर्थकों की अपील पर बंग्लादेश के लोग भारतीय समानों को नकार रहे हैं.

Updated on: 28 Mar 2024, 05:59 PM

नई दिल्ली:

भारत के एक और पड़ोसी देश में भारत के खिलाफ मुहिम चलाई जा रही है. आपको बता दें कि मालदीव के बाद अब ये चिंगारी बंग्लादेश में उठ रही है. वहां के नेताओं ने भी इंडिया आउट मुहिम को समर्थन किया है. अब इस कैंपेन के बंग्लादेश की पीएम ने मुहीम चलाने वालों भड़की है. पीएम शेख हसीना का इस पर बयान सामने आया है. शेख हसीना ने नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर वो सच में भारत के समानों के खिलाफ है तो सबसे पहले अपने पार्टी ऑफिस के बाहर अपनी पत्नियों के इंडियन साड़ी लाकर जलाएं. इससे पता चल जाएगा कि वो कितना सच बोल रहे हैं. 

आपको बता दें कि बंग्लादेश की राजनीति तेजी से बदल रही है. यहां, भारत के खिलाफ कैंपेन चलाया जा रहा है. यहां पर विपक्षी दलों के नेता खासकर मुख्य विपक्षी पार्टी बीएनपी लोगों को भारत के खिलाफ भड़काने का काम कर रही हैं. जानकारी के मुताबिक बंग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के सीनियर नेता जनरल रुहुल कबीर रिजवी ने कहा था कि भारत सिर्फ सत्ता पक्ष अवामी लीग और पीएम शेख हसीना को सपोर्ट कर रही है. उन्हें बंग्लादेश के लोगों की कोई चिंता नहीं है. जसके बाद से ही बंग्लादेश में इंडिया आउट कैंपेन जोरो पर है. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में ये मुहिम और तेज हो सकता है.

कश्मीरी शॉल में आग लगा दी

विपक्षी दलों के नेताओं और समर्थकों की अपील पर बंग्लादेश के लोग भारतीय समानों को नकार रहे हैं. इसके साथ ही वो भारतीय समानों पर गुस्सा दिखा रहे हैं. आपको बता दें कि विपक्षी नेता कबीर रिजवी ने भारत का विरोध करते हुए कश्मीरी शॉल में आग लगा दी थी. इतना ही नहीं एक और नेता ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि भारत ने बंग्लादेश के लोगों का सम्मान न करते हुए पीएम शेख हसीना की सरकार को सपोर्ट कर रहे हैं. यहीं वजह है कि लोग भारतीय समानों को विरोध कर रहे हैं.

क्या सच में भारतीय समानों का बहिष्कार

आपको बता दें कि बुधवार 27 मार्च को बंग्लादेश के इंडिपेंडेंस डे पर बात करते हुए शेख हसीना ने कहा कि बीएनपी के नेताओं ने कश्मीरी शॉल जला दी. क्या वो अपनी पत्नियों के भारतीय साड़ी पार्टी ऑफिस के बाहर जला सकते हैं. शेख हसीना ने आगे कहा कि मैंने कई विपक्षी नेताओं को देखा है कि वो ईद से पहले अपनी पत्नियों के कई मंहगी साड़ियां जला सकते हैं. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या वो भारतीय मसालों के बगैर खाना बना सकते हैं. क्या वो सच में भारतीय समानों का बहिष्कार कर रहे हैं या दिखावा कर रहे हैं.