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IIT दिल्ली का छात्र अमेरिका में बना रहा है हाइब्रिड प्लेन, भारत को बेचने की है तैयारी

इन विमानों का व्यवसायिक उत्पादन 2020 में शुरू होने की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि ये विमान 1,100 किलोमीटर तक की उड़ान भर पाएंगे।

Updated on: 06 Apr 2017, 03:23 PM

नई दिल्ली:

IIT दिल्ली से मकैनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई कर चुके एक छात्र आशीष कुमार अमेरिका में एक ऐसा हाइब्रिड प्लेन बना रहे हैं जो क्षेत्रीय उड़ान आवश्यकताओं को पूरी कर सके।

इन विमानों का व्यवसायिक उत्पादन 2020 में शुरू होने की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि ये विमान 1,100 किलोमीटर तक की उड़ान भर पाएंगे। आशीष को उम्मीद है कि वह इन विमानों को भारत को भी बेच पाएंगे।

किर्कलैंड (वॉशिंगटन) स्थित जूनम एयरो के सीईओ और संस्थापक आशीष ने बताया कि कंपनी हाइब्रिड इलेक्ट्रिक एयरक्राफ्ट बनाने पर काम कर रही है। बाद में उड़ान की रेंज 1,600 किलोमीटर तक बढ़ाई जा सकती है।

कॉरनेल यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रहे आशीष ने कहा, 'बोइंग और जेट ब्लू हमारी मदद कर रहे हैं। शुरू में हम 20 सीटों वाली हाइब्रिड एयरक्राफ्ट के साथ बाजार में उतरेंगे। हमें उम्मीद है कि पहली परीक्षण उड़ान हम अगले दो वर्ष में करेंगे। 2020 के शुरू में इसके व्यवसायिक उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है।'

आशीष ने कहा, 'हमारे प्लेन को ऑपरेट करना एयरलाइंस के लिए काफी सस्ता होगा। हालांकि यह हाइब्रिड प्लेन अपनी दूरी तय करने के कारण व्यवसायिक एयरक्राफ्ट की तरह ज्यादा ऊंचाई पर उड़ान नहीं भरेगा। इसके अलावा इसकी गति अन्य प्लेन की तुलना में कम होगी।'

2013 में जूनम एयरो की स्थापना की गई थी। कंपनी ऐसे हाइब्रिड टू इलेक्ट्रिक प्लेन बना रही है जो क्षेत्रीय यात्राओं के अनुकूल हो। कंपनी का लक्ष्य 1,000 मील का इलेक्ट्रिक एयर नेटवर्क बनाना है ताकि हर यात्री को सस्ती यात्रा उपलब्ध हो सके।