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ट्रंप की फटकार के बाद पाकिस्तान को बचाने में जुटा चीन, कहा- 'हम पाक के कामों से खुश'

नए साल के दिन डोनाल्ड ट्रंप के तीखे जुबानी हमले से आहत हुए पाकिस्तान को चीन का साथ मिल गया है। चीन ने आतंक के खिलाफ एक्शन लेने में पाकिस्तान के योगदान की सराहना कर दी है।

Updated on: 02 Jan 2018, 07:12 PM

highlights

  • चीन ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान के रिकॉर्ड की तारीफ की
  • नए साल पर ट्रंप ने पाकिस्तान को आतंक को संरक्षण देने पर झूठा और धोखेबाज बताया
  • चीन ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में जबरदस्त प्रयास किए हैं

बीजिंग:

नए साल के दिन डोनाल्ड ट्रंप के तीखे जुबानी हमले से आहत हुए पाकिस्तान को चीन का साथ मिल गया है। चीन ने आतंक के खिलाफ एक्शन लेने में पाकिस्तान के योगदान की सराहना कर दी है।

ट्रंप के बयान के एक दिन बाद चीन ने मंगलवार को कहा कि विश्व समुदाय को आतंकवाद के खिलाफ लड़ने में सदाबहार सहयोगी (पाकिस्तान) के 'सराहनीय योगदान' को स्वीकार करना चाहिए।

इससे पहले नए साल पर डोनाल्ड ट्रंप ने कड़वे अंदाज में कहा है कि आतंकियों को सुरक्षित पनाब देने वाले पाकिस्तान को अमेरिका की तरफ से पाकिस्तान को अब कोई मदद नहीं मिलेगी।

ट्रंप ने ट्वीट किया था, 'पिछले 15 सालों से पाकिस्तान अमेरिका को बेवकूफ बनाकर 33 अरब डॉलर की सहायता प्राप्त कर चुका है और उसने बदले में हमें सिर्फ झूठ और धोखे के अलावा कुछ नहीं दिया, वह हमारे नेताओं को बेवकूफ समझता है।'

इसी पर मंगलवार को चीन ने आतंक के खिलाफ पाकिस्तान के रिकॉर्ड की तारीफ कर दी।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चेंग शुआंग ने कहा, 'पाकिस्तान ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में जबरदस्त प्रयास और त्याग किए हैं। आतंक से लड़ने की वैश्विक चुनौती में पाकिस्तान का अभूतपूर्व योगदान रहा है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इसे मानना चाहिए।'

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उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय शांति और स्थिरता में योगदान, आतंक के खिलाफ लड़ाई में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में पाकिस्तान के शामिल होने से चीन बहुत खुश है।

मंगलवार को ट्रंप ने कहा, 'वे उन आतंकियों को सुरक्षित पनाह मुहैया करा रखे हैं, जिन्हें हम अफगानिस्तान में तलाश रहे हैं। अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।'

बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा प्रशासन की राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति को जाहिर करने के बाद वाशिंगटन और इस्लामाबाद के बीच बढ़े तनाव के बाद ट्रंप ने यह घोषणा की है।

इससे पहले भी अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर अलग पड़ने के दौरान चीन ने पाकिस्तान की पूरी मदद की है। चीन के इस बयान ने विश्व समुदाय में एक बार फिर गंभीर संदेश दिया है।

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