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अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद करना चाहते थे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन

अमेरीकी खुफिया अधिकारियों ने दावा किया है कि पुतिन ने खुद ट्रंप को जिताने के लिए मदद करना चाहते थे।

Updated on: 07 Jan 2017, 05:12 PM

highlights

  • अमेरिकी खुफिया अधिकारियों की रिपोर्ट में खुलासा
  • अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की खुद मदद करना चाहते थे पुतिन
  • पुतिन ने ट्रंप के पक्ष में साइबर कैंपेन शुरू करने का दिया था निर्देश

नई दिल्ली:

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच की दोस्ती एक बार फिर खबरों में है। अमेरीकी खुफिया अधिकारियों ने दावा किया है कि पुतिन ने खुद ट्रंप को जिताने के लिए मदद करना चाहते थे। अधिकारियों की रिपोर्ट में कहा गया है कि अमरीकी चुनाव को प्रभावित करने के लिए पुतिन ने ट्रंप के पक्ष में एक व्यापक साइबर कैंपेन शुरू करने का निर्देश दिया था। पुतिन डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को हराना चाहते थे।

रिपोर्ट अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और खुफिया अधिकारियों के बीच मुलाकात के बाद जारी की गई। इस बीच ट्रंप ने खुफिया विभाग के अधिकारियों से मुलाकात की और कहा कि ये मुलाकात सकारात्मक रही। ट्रंप का कहना है कि रूस की तरफ से की गई हैकिंग का चुनाव के नतीजों पर कोई असर नहीं पड़ा है।

खुफिया अधिकारियों की रिपोर्ट में कहा गया है, 'हमने जांच में पाया है कि पुतिन ने 2016 अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने के लिए कैंपेन चलाया था।'

31 पन्ने की रिपोर्ट में कहा गया है कि खुफिया एजेंसियों को पूरा भरोसा है कि रूसी सैनिक, ख़ुफिया अधिकारियों ने डेमोक्रैटिक नेशनल कमेटी और वरिष्ठ डेमोक्रैट नेताओं के ईमेल जारी करने के लिए विकीलीक्स जैसे मध्यस्थ का भी सहारा लिया है।

और पढ़ें: राष्ट्रपति चुनाव हैकिंग मामले में अमेरिका ने रुस के 35 राजनयिकों को देश से बाहर निकाला

हालांकि रूस इस तरह के आरोपों से इनकार करता रहा है। पिछले दिनों ओबामा प्रशासन ने अमेरिका से 35 रूसी राजनयिकों को निकाल दिया था।