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यूपी विधानसभा चुनाव 2017: कांग्रेस, सपा और आरएलडी के बीच जल्द हो सकता है महागठबंधन का ऐलान, सीट बंटवारे पर भी होगी बात

ऐसा कहा जा रहा है कि जल्द ही अखिलेश यादव कांग्रेस-आरएलडी के साथ समाजवादी पार्टी के गठबंधन का ऐलान कर सकते हैं।

Updated on: 18 Jan 2017, 12:02 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और आरएलडी महागठबंधन के लिए लगभग तैयार है। यूपी में होने वाले इस गठबंधन में अभी सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत चल रही है।

ऐसा कहा जा रहा है कि जल्द ही अखिलेश यादव कांग्रेस-आरएलडी के साथ समाजवादी पार्टी के गठबंधन का ऐलान कर सकते हैं। अखिलेश को दोबारा सत्ता में आने के लिये कांग्रेस के साथ गठबंधन की वकालत करते रहे हैं।

गठबंधन को लेकर सूत्रों ने बताया कि समाजवादी पार्टी 300, कांग्रेस 80 और आरएलडी 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस और आरएलडी के बीच अमेठी-रायबरेली की सीटों पर बात अटक रही है।

जयंत चौधरी अपनी पार्टी के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस से ज्यादा सीटों की मांग कर रहे हैं। तीनों दलों के बीच सीटों के बंटवारे के फॉर्मूले पर बातचाती लगातार जारी है।

अखिलेश और रामगोपाल यादव समेत समाजवादी पार्टी के कई नेता कांग्रेस से गठबंधन की बात की है। वहीं कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने अखिलेश के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात की है।

आलाकमान के इस रुझान को देखते हुए कांग्रेस पार्टी की यूपी में मुख्यमंत्री पद की दावेदार शीला दीक्षित भी पीछे हटने को तैयार हो गई है।

गठबंधन को लेकर यूपी में कांग्रेस के प्रभारी गुलाम नबी आजाद कहा कि अखिलेश की समाजवादी पार्टी के साथ कांग्रेस का गठबंधन हो रहा है और जल्द ही दोनों पार्टियों में सीटों के समझौते का ऐलान भी हो जाएगा।

यूपी में विधानसभा की 403 सीटें हैं जिसमें 76 सीटें ऐसी थी जहां कांग्रेस और आरलएडी के उम्मीदवार 2012 के चुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार से आगे थे।

इन 76 सीटों में से 56 सीटें ऐसी थीं जहां कांग्रेस के उम्मीदवार पिछले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी से आगे थी। इन 56 सीटों में 28 सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार चुनाव जीते थे।

पिछले चुनाव में 2 सीटों पर समाजवादी पार्टी ने चुनाव नहीं लड़ा था। इसके अलावा 8 सीटें ऐसी थीं, जहां समाजवादी पार्टी चौथे नंबर रही थी। 20 सीटों पर अजित सिंह की पार्टी आरएलडी समाजवादी पार्टी से आगे रही थी।

अगर इस महागठबंधन में जेडीयू शामिल होता है तो उसे भी दो या तीन सीट मिल सकती है। यानी कुल मिलाकर 110 से 115 सीटें अखिलेश यादव महागठबंधन को दे सकते हैं।