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यूपी चुनाव 2017: कांग्रेस-समाजवादी पार्टी गठबंधन में अमेठी-रायबरेली सीट पर फंसा पेंच

कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली रायबरेली और अमेठी की सीटों पर कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतारना चाहती है। वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) पहले ही कई सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है।

Updated on: 27 Jan 2017, 03:33 PM

highlights

  • अमेठी-रायबरेली सीट पर कांग्रेस-समाजवादी पार्टी के बीच नहीं बन पा रही है सहमति
  • अमेठी-रायबरेली में 10 विधानसभा सीट हैं, सभी पर कांग्रेस उतारना चाहती है उम्मीदवार 

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश फतह की उम्मीद के साथ भले ही कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने गठबंधन किया हो लेकिन सीटों को लेकर अब विवाद जारी है। दरअसल कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली रायबरेली और अमेठी की सीटों पर कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतारना चाहती है। वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) पहले ही कई सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है।

सपा अपने कद्दावर मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को भी अमेठी से ही लड़ाना चाहती है। उन्हें अमेठी क्षेत्र से हटाना भी सपा के लिए मुश्किल होगा। प्रजापति मुलायम के बेहद करीबी माने जाते हैं।

वहीं खबर है कि कांग्रेस इस सीट पर संजय सिंह की पत्‍नी अमिता सिंह को उतारना चाहती है। दूसरी तरफ अखिलेश किसी भी तरह इस सीट को छोड़ने को तैयार नहीं दिखते क्‍योंकि ऐसा होने पर मुलायम सिंह नाराज हो सकते हैं और चुनाव के इस महत्‍वपूर्ण मौके पर अखिलेश किसी भी कीमत पर अब दोबारा पिता को नाराज नहीं करना चाहते।

कांग्रेस अमेठी-रायबरेली लोकसभा क्षेत्रों में आने वाली सभी दस सीटों पर अपना दावा छोड़ने के बिल्कुल मूड में नहीं है। सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी ने यहां से अपने पांच उम्मीदवार खड़े किए हैं और अब तक किसी से भी नाम वापस लेने को नहीं कहा है। यह कांग्रेस के लिए चिंता की बात है।

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रायबरेली और अमेठी की मिलाकर 10 विधानसभा सीटें हैं। पिछली बार इनमें से आठ सपा ने और दो कांग्रेस ने जीती थी। माना जा रहा है कि इस बार दोनों दलों ने 5-5 सीटों पर प्रत्‍याशी उतारने का फैसला किया है।

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वहीं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा, 'सपा ने गठबंधन होने के पहले इन लोकसभा क्षेत्रों से 5 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की थी लेकिन ये कोई नाम वापस नहीं लिया है जो स्थानीय कांग्रेसी नेताओं के लिए परेशानी का सबब है।'

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कांग्रेस नेता ने कहा, 'कांग्रेस एक तरफ जहां बड़ा हिस्सा चाहती है वहीं वह अपने उम्मीदवार भी खुद तय करने की आजादी चाहती है।' नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर नेता ने कहा कि अमेठी और रायबरेली में टिकट के इच्छुक गठबंधन में कांग्रेस की 'सह-नायक' की भूमिका को लेकर अपनी नाखुशी सरेआम जाहिर कर चुके हैं।

आपको बता दें की चुनावी गठबंधन के तहत सपा ने 403 में से कांग्रेस को 105 सीटें दी हैं। बांकी बची सभी 298 सीटों पर समाजवादी पार्टी लड़ेगी।