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रेप के मामले में फंसे गायत्री प्रजापति की और बढ़ेगी मुश्किल, अवैध खनन मामले की जांच होगी तेज

नूतन ने दिसंबर 2014 में अपनी शिकायत में कहा था कि प्रजापति ने पूरे प्रदेश में अवैध खनन के जरिये अकूत संपत्ति अर्जित की है।

Updated on: 17 Mar 2017, 09:37 AM

नई दिल्ली:

सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में पकड़े गए पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। उनके खिलाफ लोकायुक्त के पास दर्ज अवैध खनन के मामले में भी कार्यवाही गति पकड़ने वाली है।

इसी सिलसिले में शिकायत करने वाली डॉ. नूतन ठाकुर गुरुवार को लोकायुक्त जस्टिस संजय मिश्रा से मिलीं और प्रजापति के खिलाफ जल्द कार्यवाही करने की गुजारिश की।

एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने लोकायुक्त जस्टिस संजय मिश्रा से मिलकर गायत्री प्रजापति के खिलाफ प्रस्तुत शिकायत में शीघ्र कार्यवाही का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि वे मामले में नए साक्ष्य भी प्रस्तुत करेंगी। लोकायुक्त ने स्वयं पूरे मामले को देख कर तत्परतापूर्वक अग्रिम कार्यवाही किये जाने का आवाश्वन दिया।

नूतन ने दिसंबर 2014 में अपनी शिकायत में कहा था कि प्रजापति ने पूरे प्रदेश में अवैध खनन के जरिये अकूत संपत्ति अर्जित की है।

शिकायत के अनुसार, उन्होंने यह संपत्ति अपनी पत्नी महाराजी, दो पुत्र अनिल व अनुराग, दो पुत्री सुधा व अंकिता, अन्य रिश्तेदारों, निकट सहयोगी जैसे विकास वर्मा, पिंटू यादव, पिंटू सिंह, अपने ड्राइवर राम सहाय तथा रामराज तथा डिसेंट कंस्ट्रक्शन प्रालि, लाइफ क्योर मेडिकल एंड रिसर्च सेंटर प्रालि, एमजी कोलोनाइजर, शुभांग एक्सपोर्ट, ड्रीम डेस्टिनेशन इन्फ्रा-लैंड सर्विसेज प्रालि, पावनी डेवेलोपेर्स प्रालि तथा वैष्णो इन्फ्राहाइट्स जैसी कंपनियों के नाम पर बनाई है।

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तत्कालीन लोकायुक्त जस्टिस एन.के. महरोत्रा द्वारा परिवाद खारिज किए जाने पर डॉ. नूतन ने इसे इलाहाबाद हाईकोर्ट के लखनऊ बेंच में चुनौती देकर एसआईटी जांच की मांग की थी। हाल में उन्होंने इस परिवाद की दोबारा जांच के लिए लोकायुक्त को आवेदन दिया था।

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