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उत्तर प्रदेश: ठंड से 70 बेसहारा लोगों की मौत, खुली सरकारी व्यवस्था की पोल

रैनबसेरों की कमी और ठंड से बचाव के उपायों की कमी के चलते पूरे प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान 70 बेसहारा लोगों की मौत हो गई।

Updated on: 06 Jan 2018, 03:02 PM

highlights

  • उत्तर प्रदेश में 24 घंटों के दौरान 70 लोगों की मौत 
  • सरकारी अधिकारी ने दावा किया कि ठंड से बचाव के लिए हर जिले में पर्याप्त इंतजाम किए गए हैंॉ
  • सार्वजनिक जगहों पर जल्द से जल्द अलाव जलाए जाने की भी बात कही गई है

 

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। रैनबसेरों की कमी और ठंड से बचाव के उपायों की कमी के चलते पूरे प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान 70 बेसहारा लोगों की मौत हो गई। हालांकि, इसे लेकर कोई भी अधिकारी खुलकर बोलने को तैयार नही है।

पिछले 24 घंटों में ठंड की वजह से पूर्वांचल में 22 लोगों की मौत हो गई, जबकि बरेली डिविजन में तीन इलाहाबाद डिविजन में 11 और बुंदेलखंड क्षेत्र में 28 लोगों की मौत हो गई।

बाराबांकी के 40 वर्षीय राम किशोर रावत और 30 वर्षीय महेश की मौत ठंड की वजह से हो गई। फैजाबाद जिले के हरचंदपुर में एक व्यक्ति की मौत हो गई। अम्बेडकर नगर में एक जबकि रायबरेली और ऊंचाहार में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गयी।

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एक सरकारी अधिकारी ने हालांकि यह दावा किया कि ठंड से बचाव के लिए हर जिले में पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं, लेकिन लोगों की ठंड की वजह से हो रही मौतों ने इन सारे दावों की पोल खोल दी है।

लोगों द्वारा आरोप लगाने के बाद लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया ने नगर आयुक्त से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा कि लोगों की शिकायतें आ रही है कि सार्वजनिक जगहों पर अलाव नहीं जलाए जा रहे हैं। इसकी जल्द से जल्द व्यवस्था कराई जाएगी।

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