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31 दिसंबर के बाद यूज नहीं कर पाएंगे PhonePe और Google Pay, NPCI ने किया बैन

UPI Payment Rule Change: इन दिनों देश पूरी तरह डिजिटल हो गया है. 50 प्रतिशत लोग तो ऐसे हैं जिन्हें एटीएम गए हुए 1 साल से भी ज्यादा समय हो गया है.

Updated on: 29 Dec 2023, 12:18 PM

highlights

  • थर्ड पार्टी ऐप्स को NPCI ने बंद करने का दिया निर्देश 
  • यूजर्स यदि ये जरूरी काम नहीं करेंगे तो फंस सकता है फंड
  • NPCI ने बैन करने वाले मोबाइल नंबर्स का बनाया डाटा बैंक

नई दिल्ली :

UPI Payment Rule Change: इन दिनों देश पूरी तरह डिजिटल हो गया है. 50 प्रतिशत लोग तो ऐसे हैं जिन्हें एटीएम गए हुए 1 साल से भी ज्यादा समय हो गया है. क्योंकि केले से लेकर कार तक सभी यूपीआई पेमेंट के माध्यम से मिल जाती है. इसलिए कैश रखने की किसी को भी जरूरत नहीं होती. लेकिन कुछ नंबर्स पर 31 दिसंबर से यूपीआई बैन कर दिया जाएगा. हालांकि परेशान होने की जरूरत नहीं है. ये वे नंबर्स है जिन पर पिछले 1 साल से कोई ट्राजेक्शन नहीं हुआ है. नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने बैंक व PhonePe और Google Pay जैसी थर्ड पार्टी ऐप्स पर यूपीआई बंद करने का निर्देश दिया है. 

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गलत ट्रांजेक्शन पर लगेगी रोक
आपको बता दें कि एनपीसीआई ने यह कदम इसलिए उठाया है ताकि यूपीआई पेमेंट और सुरक्षित हो जाए. क्योंकि आजकल यूपीआई में भी फर्जीवाड़े की खबरे मिलने लगी हैं. NPCI के उम्मीद जताई है कि इस कदम से यूपीआई ट्रांजेक्शन और सुरक्षित होगा. 1 जनवरी 2024 से ऐसे सभी एप्स निष्क्रिय हो जाएंगे जिन्होने पिछले एक साल से एक भी पैमेंट नहीं किया है. यही नहीं बैंक निष्क्रिय ग्राहकों की यूपीआई आईडी और उससे जुड़े मोबाइल नंबर को वैरिफाई भी करेंगे. ताकि गलत ट्रांजेक्शन पर पूरी तरह रोक लग सके.. 

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क्या है यूपीआई?
यूपीआई का फुल फॉर्म Unified Payment Interface (UPI) है. देश में अब ज्यादातर पैमेंट इसी मोड़ से किये जाते हैं. इसमें गूगल पे, फोन पे, भीम आदि एप्स के माध्यम से पैमेंट किया जाता है.  आपको बता दें कि यूपीआई को बनाने व चलाने वाली NPCI है. आपको बता दें कि एनसीपीआई को गलत ट्रांजेक्शन की कई शिकायतें मिली थी. जिसके बाद एक बैठक की गई. साथ ही 31 दिसंबर को सभी थर्ड पार्टी एप्स पर यूपीआई निष्क्रिय करने की बात कही गई. यूपीआई सिर्फ उन्ही एप्स पर नहीं चलेगा. जिन पर पिछले 1 साल से एक भी ट्रांजेक्शन नहीं किया गया है.