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पेट्रोल-डीजल की हुई छुट्टी, अब 40 रुपए प्रति लीटर के खर्च पर चलेगी आपकी कार

flex-fuel: सरकार ने आमजन को राहत देने के लिए पेट्रोल-डीजल का विकल्प खोज निकाला है. जिसके बाद पेट्रोल-डीजल की कीमतें नियंत्रण में आ जाएगी. क्योंकि पेट्रोल डीजल की मांग काफी हद तक समाप्त करने का प्लान सरकार ने तैयार कर लिया है.

Updated on: 09 Oct 2023, 09:37 AM

highlights

  • सरकार की कार निर्माता कंपनियों से अंतिम दौर की वार्ता होना शेष
  • इसके बार पेट्रोल डीजल की निर्भरता हो जाएगी 30 प्रतिशत
  • आम आदमी के बजट में होगा कार चलाना, सरकार ने की फुलप्रुफ प्लानिंग

नई दिल्ली :

Petrol-Diesel price: पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती महंगाई ने अब सरकार को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है. आम जनता को राहत देने के लिए केन्द्र सरकार में परिवहन मंत्री (Transport Minister)लगातार प्रयासरत है.  ताजा जानकारी के मुताबिक इस साल के अंत तक पेट्रोल डीजल की निर्भरता काफी हद तक कम हो जाएगी. जिसके बाद आपकी कार चलाने की कॅास्ट सिर्फ 40 रुपए लीटर पर आ जाएगी. सरकार का मानना है कि महंगे पेट्रोल-डीजल से आम जनता को ही नहीं, बल्कि सरकार को भी काफी लॅास हो रहा है. इससे मुक्ति पाने के लिए वैकल्पिक ईंधन (flex-fuel)को बढ़ावा देना ही सबसे कारगर सिद्ध होगा. आईये जानते हैं क्या सरकार का प्लान. 

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मार्केट में आएगा फ्लेक्स-ईंधन 
आपको बता दें कि पेट्रोल-डीजल की निर्भरता कम करने के लिए सरकार  फ्लेक्स-ईंधन को मार्केट में उतारने का प्लान कर चुकी है. क्योंकि इलेक्ट्रिक वाहन महंगे होने के चलते आम आदमी की पहुंच से दूर हैं. इसलिए सरकार ईवी के साथ  फ्लेक्स-ईंधन (flex-fuel) को लॅान्च करने वाली है. जिसके बाद पेट्रोल डीजल की डिपेंडेंसी बहुत कम हो जाएगी. जिससे उसकी कीमतों पर भी असर पड़ेगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि फ्लेक्स ईंधन आखिर है क्या. साथ ही वह कैसे काम करता है. आइये जानते हैं एक्सपर्ट के माध्यम से फ्लेक्स ईंधन के बारे में जरूरी बात. 

प्लेक्स ईंधन ऐसे करेगा काम 
आपको बता दें कि फ्लेक्स-ईंधन (Flex-Fuel) की चर्चा दो साल पहले परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने संसद में की थी. तब से लगातार फ्लेक्स ईंधन की बात देश में चल रही है. लेकिन अभी तक भी ये पता नहीं चल सका है कि आखिर ये काम कैसे करता है. एक्सपर्ट संदीप सिंह बताते हैं कि "फ्लेक्स-फ्यूल के जरिए आप अपनी कार को एथनॉल के साथ मिश्रित ईंधन पर चला सकते हैं. यानि फ्लेक्स-फ्यूल गैसोलीन और मेथनॉल या एथनॉल के संयोजन से बना एक वैकल्पिक ईंधन है. . एक फ्लेक्स-इंजन मूल रूप से एक मानक पेट्रोल इंजन है,,

साल के अंत तक मार्केट में लाने की तैयारी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 2023 के अंत तक मार्केट में फ्लेक्स ईंधन चलित कार मार्केट में आम जन के लिए उपलब्ध कराने की तैयारी सरकार कर  रही है. जिसके बाद  इथेनॅाल मिश्रित ईंधन अपनी कार में डालकर लोग कम कॅास्ट में ही सफर तय करेंगे. हालांकि आपको बता दें कि सरकर फ्लेक्स ईंधन किस तिथि से लागू करेंगे इसकी आधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं हो सकी है. सूत्रों का मानना है कि जनवरी प्रथम सप्ताह में ही लोगों को ये खुशखबरी मिलना तय माना जा रहा है.