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भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने अकाउंट को सुधारने के लिए उठाया ये बड़ा कदम

रेलवे (Indian Railway) द्वारा चालू वित्त वर्ष के खाते को बेहतर स्थिति में लाने के मकसद से यह कदम उठाया जा रहा है. पिछले साल रेलवे को माल भाड़ा अग्रिम योजना के तहत अतिरिक्त राजस्व के रूप में 18,000 करोड़ रुपये मिले थे.

Updated on: 29 Jan 2020, 12:39 PM

दिल्ली:

भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने उसके साथ 500 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार करने वाले अपने प्रीमियम माल भाड़ा ग्राहकों से अगले वित्त वर्ष 2020-2021 के परिचालन के लिए अग्रिम भुगतान करने को कहा है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह बात कही. भारतीय रेलवे द्वारा अपने चालू वित्त वर्ष के खाते को बेहतर स्थिति में लाने के मकसद से यह कदम उठाया जा रहा है. पिछले साल रेलवे को माल भाड़ा अग्रिम योजना के तहत अतिरिक्त राजस्व के रूप में 18,000 करोड़ रुपये मिले थे.

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अग्रिम राशि का भुगतान 31 मार्च 2020 तक किया जाना जरूरी
इस योजना के तहत प्रीमियम ग्राहकों के लिए पूरे वित्त वर्ष के लिए माल भाड़ा सुनिश्चित किया जाता है और उन्हें रैक आवंटन में भी प्राथमिकता दी जाती है. मामले से जुड़े एक नीतिगत दस्तावेज में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2020-21 में लाभ लेने के लिए अग्रिम राशि का भुगतान 31 मार्च 2020 तक किया जाना है. भारतीय रेल के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "यह योजना सिर्फ अतिरिक्त आय के लिए नहीं है बल्कि हमारे ग्राहकों के साथ निरंतर कारोबार सुनिश्चित करने और संबंध बनाये रखने के लिए है.

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उन्होंने कहा कि हम इस योजना के तहत अपने प्रमुख ग्राहकों को लाभ दे रहे हैं. ये लाभ इस योजना के बिना नहीं मिलते हैं. यह सिर्फ एक व्यवसाय है. रेलवे के विभिन्न जोन ने पत्र भेजा है ताकि ग्राहकों को इस योजना का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके. साल 2019 में एनटीपीसी (NTPC) ने रलवे को अग्रिम भुगतान किया था. रेलवे के साथ उसका कारोबार 8,557 करोड़ रुपये का है.

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भारतीय कंटेनर निगम लिमिटेड (CONCOR) ने 3,000 करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान किया था. सूत्रों ने कहा कि दो निजी कंपनियों ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए इस योजना में रुचि दिखाई है और इस पर जल्द हस्ताक्षर होंगे. पिछले कैलेंडर वर्ष में करीब 50 माल भाड़ा ग्राहकों का भारतीय रेल के साथ 500 करोड़ रुपये या उससे ज्यादा का कारोबार था और इसलिए ये इकाइयां योजना की पात्र हैं.