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Uttar Pradesh: CM धामी और योगी की मुलाकात में इन मुद्दों पर हुई चर्चा

Uttar Pradesh News : उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचे और सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. इस दौरान दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच कई मुद्दों पर विस्तार से विचार विमर्श हुआ.

Updated on: 31 Oct 2023, 06:50 PM

लखनऊ:

Uttar Pradesh News : उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने मंगलवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से मुलाकात की और उन्हें प्रभु बदरी विशाल जी की प्रतिमा एवं प्रदेश में उत्पादित श्री अन्न से बने उत्पाद उपहार स्वरूप भेंट की. दोनों की मुलाकात में कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई. इस दौरान दोनों मुख्यमंत्रियों ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड के मध्य आस्तियों एवं दायित्वों के विभाजन संबंधी विभिन्न विषयों पर भी विस्तार में चर्चा की.  

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सीएम धामी ने सीएम योगी से हरिद्वार के असिंचित क्षेत्रों के लिए गंग नहर से 665 क्यूसेक जल सिंचाई के लिए उत्तराखण्ड को देने का फिर से अनुरोध किया है. उन्होंने कहा कि हरिद्वार के 3 विकासखण्डों के 74 गांवों की 18280 हेक्टेयर असिंचित भूमि में सिंचाई सुविधा प्रदान करने के लिए 35 किमी लंबी इकबालपुर नहर प्रणाली तथा कनखल एवं जगजीतपुर नहर की क्षमता विस्तार किया जाना प्रस्तावित है. यहां सिंचाई के लिए कोई भी नदी या अन्य जल श्रोत उपलब्ध नही हैं, जिससे गंग नहर से 665 क्यूसेक पानी उत्तराखण्ड को दिया जाना आवश्यक है.

उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य की ओर से टिहरी बांध से मिलने वाले 4879 क्यूसेक अतिरिक्त जल में से 665 क्यूसेक जल की मांग की गई है, वह न्यूनतम एवं औचित्यपूर्ण है, जो टिहरी बांध से उपलब्ध होने वाले अतिरिक्त जल का 13.5 फीसदी मात्र है और उत्तर प्रदेश की प्रस्तावित उपयोगिता 4000 क्यूसेक जल के बाद अवशेष उपलब्ध जल से भी कम है. इस पर सहमति उत्तर प्रदेश शासन स्तर पर लंबित है. सीएम धामी ने सीएम योगी से इस संबंध में स्वीकृति प्रदान करने की अपील की है. 

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उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री ने यह भी अनुरोध किया है कि जिन परिसम्पत्तियों के उत्तराखण्ड राज्य को हस्तान्तरण पर सहमति हो गई है, उनके हस्तान्तरण के लिए जल्द ही शासनादेश निर्गत किया जाए. अब यह देखना यह जरूरी है कि दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की इस महत्वपूर्ण बैठक से अनसुलझे विवादों का हल कितनी जल्दी होगा और कब तक उत्तराखण्ड के लोगों को इसका लाभ मिल पाएगा?

हर्ष वर्धन द्विवेदी की रिपोर्ट