logo-image

सोनभद्र, बुंदेलखंड में पर्यटन की असीम संभावनाएं : योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि सोनभद्र और बुंदेलखंड में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं, और टूर ऑपरेटर्स की भूमिका पर्यटक और पर्यटन के बीच एक सेतु की होती है.

Updated on: 10 Aug 2019, 07:00 PM

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि सोनभद्र और बुंदेलखंड में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं, और टूर ऑपरेटर्स की भूमिका पर्यटक और पर्यटन के बीच एक सेतु की होती है. योगी यहां पी ट्रैवेल मार्ट के पांचवें संस्करण के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे. इसे उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग और फिक्की आयोजित करा रहा है.

यह भी पढ़ें- खाकी वर्दी वालों ने चंदौसी रेलवे स्टेशन पर व्यापारी को लूटा, रातभर जेल में बंद रखा

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा, "पर्यटन की जितनी अपार संभावनाएं हमारे पास हैं, भारत सरकार ने बौद्घ सर्किट के लिए जिस कार्य को क्रियान्वित किया है, उसका सबसे बड़ा स्थान उत्तर प्रदेश में है. इसमें टूर ऑपरेटर अच्छी भूमिका निभा सकते हैं, क्योंकि टूर ऑपरेटर्स की भूमिका पर्यटक और पर्यटन के बीच एक सेतु की होती है."

योगी ने कहा, "प्रयागराज कुम्भ बेहतर सुविधा देने का उदाहरण है. 48 दिनों में जितने श्रद्घालु (24 करोड़) आए थे, इतने पूरी दुनिया मे कहीं नहीं आए. प्रयागराज कुम्भ ने एक मानक स्थापित किया है. दीपावली को अयोध्या में, बरसाना में होली, देव दीपावली को काशी में जोड़ा गया है."

यह भी पढ़ें- 'राजीव गांधी पारसी थे' योगी के करीबी स्वामी चिन्मयानंद ने बताया पूर्व PM का धर्म

उन्होंने कहा कि जितने भी स्टेक होल्डर हैं, वे स्थानीय नौजवानों को प्रशिक्षित करें, ताकि इस क्षेत्र में अच्छे गाइड हो सकें.

योगी ने कहा, "पर्यटन को बढ़ाने के लिए चार लेन के साथ कनेक्टिविटी को जोड़ रहे हैं, छह एयरपोर्ट हैं, 11 पर कार्य चल रहा है. जेवर में ग्रीनफील्ड इन्टरनेशनल एयरपोर्ट बना रहे हैं. आज बड़ी संख्या में टूर अपरेटर्स आए हैं, अच्छा होटल रेस्टोरेंट बनाने से रोजगार सृजन में बड़ी मदद मिलती है."

यह भी पढ़ें- CM योगी आज जाएंगे रूस दौरे पर, साथ होंगे 5 प्रदेशों के मुख्यमंत्री, इस डील पर होगा हस्ताक्षर 

मुख्यमंत्री ने कहा, "रामायण सर्किट के हिस्से के रूप में राम ने वनवास के दौरान सर्वाधिक समय जहां व्यतीत किया, वह चित्रकूट यहीं पर है. रामजानकी रामवनगमन मार्ग पर कार्य तेजी के साथ शुरू हुआ है. अयोध्या, मथुरा, काशी, विंध्यवासिनी, देवीपाटन धाम यहां पहले से मौजूद हैं. लाखों की संख्या में पर्यटक यहां आते हैं. आगामी पांच सालों में होटल और रेस्टोरेंट की एक बड़ी श्रंखला जोड़ेंगे."

यह भी पढ़ें- आजम खान की मुश्किलें फिर बढ़ीं, इस बार हो सकती है गिरफ्तारी 

उन्होंने कहा, "आध्यात्मिक पर्यटन में प्रयागराज कुम्भ को दुनिया के अनोखे आयोजन के रूप में प्रस्तुत किया, क्योंकि प्रयागराज मेला प्राधिकरण को इसकी जिम्मेदारी दी थी. ऐसे ही मथुरा वृंदावन जैसे सात तीर्थ को बृज तीर्थ विकास परिषद के साथ जोड़ा है. काशी विश्वनाथ धाम के रूप में अयोध्या, नैमिषारण्य, देवीपाटन को विकसित करने के लिए विकास बोर्ड शुरू करने की कार्यवाही की है."