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यूपी: कर्मचारी ने किया गर्भवती का ऑपरेशन, हुई मौत

यूपी के कानपुर में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। कानपुर के अकबरपुर इलाके में ऑपरेशन के दौरान एक गर्भवती महिला की मौत हो गई।

Updated on: 22 Sep 2018, 09:49 AM

नई दिल्ली:

यूपी के कानपुर में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. कानपुर के अकबरपुर इलाके में ऑपरेशन के दौरान एक गर्भवती महिला की मौत हो गई. मौत की खबर जैसे ही परिजनों को मिली वो भारी संख्या में अस्पताल में जमा हो गए और जमकर हंगामा किया. यह घटना अकबरपुर के पुष्पेश अस्पताल की बताई जा रही है। खबरों के मुताबिक जिस महिला का ऑपरेशन किया जा रहा था उस वक्त अस्पताल में डॉक्टर और नर्स मौजूद नहीं थे और चतुर्थ श्रेणी के किसी कर्मचारी से ऑपरेशन करवाया गया है। शायद इसी वजह से महिला की अस्पताल में ही मौत हो गई.

हालांकि इस मामले को लेकर अभी तक स्वास्थ्य विभाग ने या फिर अस्पताल ने कोई सफाई नहीं दी है. न ही डॉक्टर या फिर कर्मचारी पर किसी कार्रवाई की खबर है.

45 दिनों में हो चुकी है 70 बच्चों की मौत

राज्य के बहराइच जिले में अलग-अलग बुखार के कारण पिछले 45 दिनों में 70 मासूमों की मौत जिला अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई है. कई मासूमों की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है जबकि 86 लोगों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करावाया गया है. बताया जा रहा है कि इस बीमारी के सबसे ज्यादा शिकार बच्चे हो रहे हैं. बुखार के कारण मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ती जा रही है.

मरीजों की बढ़ती तादात के कारण अस्पताल में बेड भी खाली नहीं हैं. इस कारण मरीजों का इलाज जमीन पर बेड बिछाकर किया जा रहा है. मौतों के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए पूरे अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया है.

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डॉक्टरों के मुताबिक इस अस्पताल में बहराइच के अलावे श्रावस्ती, गोंडा और बलरामपुर के मरीज भी इलाज के लिए आते हैं. इस कारण भी अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. बताया जा रहा है कि पिछले 24 घंटे में इलाज के दौरान 5 बच्चों की मौत हो चुकी है.

इन पांच बच्चों में से दो बच्चे बर्थ एस्पेसिया दो बच्चों को दिमागी बुखार और एक को निमोनिया हुआ था. बताया जा रहा है कि बीते 24 घंटे में अस्पताल में 86 मरीज भर्ती किए गए हैं, जबकि जिला अस्पताल के चिल्ड्रन वार्ड में 40 बेड ही उपलब्ध हैं.

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मासूमों का इलाज करवाने पहुंचे परिजन अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं. परिजनों का कहना है कि यहां समय पर इलाज नहीं हो रहा है इस कारण बच्चों की मौत हो रही है.