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Uttar Pradesh: खनन घोटाले में बढ़ सकती हैं 6 IAS अफसरों की मुश्किलें, पढ़िए पूरी खबर

2013 में शामली, कौशांबी और सिद्धार्थनगर जिलों में डीएम रहे अधिकारी भी सीबीआई की रडार पर हैं.

Updated on: 12 Jul 2019, 10:25 AM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में खनन घोटाले में आधा दर्जन आईएएस अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. 6 जिलों के तत्कालीन डीएम खनन के अवैध पट्टे देने के आरोप में कार्रवाई की जद में आए हैं. हमीरपुर, फतेहपुर और देवारिया जिलों के तत्कालीन डीएम पर सीबीआई केस दर्ज कर चुकी है. अब 2013 में शामली, कौशांबी और सिद्धार्थनगर जिलों में डीएम रहे अधिकारी भी सीबीआई की रडार पर हैं. खनन घोटाले में सीबीआई में नई एफआईआर दर्ज कर सकती है. यूपी के अलग-अलग जिलों में छापेमारी के दौरान सीबीआई को अहम सबूत मिले हैं.

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खनन घोटाले में सीबीआई की छापेमारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी फिर से सक्रिय हुई है. खनन घोटाले में सीबीआई की दो नई एफआईआर के बाद ईडी कार्रवाई कर सकती है. दोनों नई एफआईआर के आधार पर ईडी की लखनऊ यूनिट मनी लांड्रिंग का केस दर्ज कर सकती है.

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आईएएस अफसर अभय सिंह और विवेक के अलावा सीनियर पीसीएस अधिकारी देवीशरण उपाध्याय के खिलाफ मनी लांड्रिंग का केस दर्ज हो सकता है. सीबीआई ने छापेमारी के दौरान आईएएस अफसर अभय सिंह के आवास से 49 लाख रुपये बरामद किए थे. 10 लाख रुपये देवीशरण उपाध्याय के पास से बरामद हुए थे. आईएएस अफसर विवेक के पास से भी अहम दस्तावेज बरामद हुए. खनन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय आईएएस अफसर बी. चंद्रकला के खिलाफ पहले ही मनी लांड्रिंग का केस दर्ज कर चुका है.

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